भोपाल, 1 अप्रैल . मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना सीएम राइज स्कूल का नाम बदलकर संदीपनी विद्यालय कर दिया है. इस फैसले को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है और इसे शिवराज सिंह से एलर्जी करार दिया है.
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए इस मुद्दे पर सीएम मोहन यादव को घेरा. उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम मोहन यादव को शिवराज सिंह चौहान से एलर्जी है, इसलिए वे उनकी योजनाओं में लगातार बदलाव कर रहे हैं. जयवर्धन सिंह ने दावा किया कि मोहन यादव ने पूर्व की शिवराज सरकार की कई योजनाओं को बंद कर दिया है.
जयवर्धन सिंह ने कहा, “शिवराज सिंह चौहान ने जो योजनाएं शुरू की थीं, उन्हें मोहन यादव लगातार बदल रहे हैं. यह दर्शाता है कि उन्हें शिवराज सिंह से व्यक्तिगत परेशानी है. नाम बदलने से विकास नहीं होता, काम पर ध्यान देना चाहिए.”
इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार की नई शराब नीति को लेकर कहा कि पहले भी यह कानून था. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि कई बार ऐसे कानून बनते हैं, लेकिन कुछ दलाल इस कानून को तोड़ते हैं, तो अब ऐसे दलालों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि मोहन यादव सरकार नाम बदलने की प्रक्रिया में लगी है. इससे साफ होता है कि भाजपा अपनी नाकामी छुपा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में हजारों-लाखों लोग बेरोजगार हैं, जिन्हें रोजगार दिया जाए. स्कूलों की हालत खराब है, जिस पर ध्यान देने की जरूरत है.
जयवर्धन सिंह ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश आज केंद्र शासित प्रदेश बनकर रह गया है. सरकार को आए डेढ़ साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन सीएम मोहन यादव की एक भी अपनी योजना नहीं है. वह सिर्फ पिछली सरकार की योजनाओं के नाम बदल रहे हैं. इसके साथ ही भाजपा ने जो वादा किया था, वह भी पूरा नहीं किया जा रहा है. भाजपा की पूर्व और वर्तमान सरकार में काफी अंतर दिख रहा है.
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डीएससी/एबीएम