पटना : जिला प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद बीपीएससी के अभ्यर्थी पहुंचे गांधी मैदान

पटना, 29 दिसंबर . बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द कर पुनर्परीक्षा की मांग को लेकर कई दिनों से धरना पर बैठे छात्र रविवार को छात्र संसद में भाग लेने के लिए गांधी मैदान पहुंच गए. हालांकि जिला प्रशासन ने छात्र संसद की अनुमति नहीं दी है.

दरअसल , जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर शनिवार को गर्दनीबाग स्थित धरनास्थल पर पहुंचे थे और रविवार को गांधी मैदान में छात्र संसद की घोषणा की थी. इस बीच, जिला प्रशासन ने विभिन्न कारणों से छात्र संसद की अनुमति नहीं दी.

इस बीच, धरना पर बैठे छात्र रविवार को गांधी मैदान बापू प्रतिमा के पास पहुंच गए. इस दौरान हालांकि पुलिस ने इन्हें मैदान में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की, लेकिन ये नहीं माने. मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. पुलिस लगातार छात्रों से हटने की अपील कर रही है.

गांधी मैदान पहुंचे छात्रों का कहना है कि उनकी आज स्थिति करो या मरो की हो गई है. उन्होंने कहा कि आयोग की विश्वसनीयता समाप्त हो गई है. हमलोगों की मांग सिर्फ पुनर्परीक्षा की है. इसके लिए हमलोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलना चाहते हैं, लेकिन वे नहीं मिल पा रहे हैं.

बीपीएससी ने पहले ही साफ कर दिया है कि बापू परिसर के अलावा किसी भी अन्य केंद्रों से कुप्रबंधन की शिकायत नहीं मिली है, इस कारण परीक्षा रद्द नहीं की जा सकती है.

दरअसल, 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में प्रदेश की राजधानी पटना के बापू भवन परीक्षा केंद्र में प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह फैल गई थी, जिसके बाद सैकड़ों उम्मीदवारों ने विरोध दर्ज करने के लिए परीक्षा का बहिष्कार भी किया था.

बीपीएससी ने बापू परिसर में आयोजित परीक्षा को रद्द कर दिया और फिर से इस केंद्र के परीक्षार्थियों के लिए चार जनवरी को परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया है.

छात्र परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पटना के गर्दनीबाग में धरने पर बैठे हुए हैं. बीपीएससी परीक्षा को लेकर सियासत भी गर्म है.

एमएनपी/एएस