वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद 2024 में तिपहिया वाहनों का निर्यात बढ़ा

नई दिल्ली, 9 जनवरी . भारत के तिपहिया वाहनों के निर्यात में वर्ष 2024 में सकारात्मक रुझान देखा गया. सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के आंकड़ों के अनुसार, कैलेंडर वर्ष 2024 में जनवरी से नवंबर तक की अवधि में तिपहिया वाहनों के निर्यात में 1.73 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो 2023 में 268,888 इकाइयों की तुलना में 273,548 इकाइयों तक पहुंच गई है.

वित्त वर्ष 2023 में तिपहिया वाहनों के एक्सपोर्ट में 26 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2024 में 17 प्रतिशत की गिरावट आई.

भारत के तिपहिया वाहनों के निर्यात में 2024 में पुनरुत्थान होने की संभावना कई कारणों से जताई जा रही है. श्रीलंका, केन्या और नेपाल जैसे प्रमुख निर्यात गंतव्यों में सुधार और रुपये में गिरावट जैसे कारक तिपहिया वाहनों के निर्यात में बढ़ोतरी की वजह बने हैं.

सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, बीते साल नवंबर में भारत में यात्री वाहनों की बिक्री में उछाल दर्ज किया गया. नवंबर 2024 में यात्री वाहनों की बिक्री 3.48 लाख यूनिट रही. जो कि समान अवधि में यात्री वाहनों की बिक्री में 4.1 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाती है.

वहीं, नवंबर में दोपहिया वाहनों की बिक्री 16.05 लाख यूनिट रही, जो कि पहली बार 16 लाख यूनिट के आंकड़े को पार कर गई.

नवंबर 2024 में यात्री वाहनों, तिपहिया वाहनों, दोपहिया वाहनों और क्वाड्रिसाइकिल सहित महीने के दौरान ऑटोमोबाइल का कुल उत्पादन 24,07,351 यूनिट था.

मारुति सुजुकी की कुल घरेलू यात्री वाहन बिक्री इस साल नवंबर के दौरान 1,41,312 यूनिट हो गई, जो पिछले साल इसी महीने में 1,34,158 इकाई थी. मुख्य वृद्धि एसयूवी सेगमेंट में दर्ज की गई, जहां ब्रेजा, ग्रैंड विटारा और जिमी जैसे इसके लोकप्रिय मॉडलों की बिक्री नवंबर 2023 में 49,016 इकाई से बढ़कर महीने के दौरान 59,003 यूनिट हो गई.

एसकेटी/