रायपुर, 11 मार्च . छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की गई छापेमारी पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ईडी की कार्रवाई लंबे समय से चल रही है और यह केवल एक सामान्य जांच प्रक्रिया है, जो ईडी द्वारा तथ्यों के आधार पर की जा रही है.
उपमुख्यमंत्री साव ने कहा कि ईडी एक संवैधानिक संस्था है, और जांच में सभी को सहयोग करना चाहिए. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिन तथ्यों के आधार पर जांच की जा रही है, वे केवल जांच एजेंसी ही बता सकती हैं. इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि भूपेश बघेल के बेटे को भी ईडी की जांच प्रक्रिया को समझना चाहिए. साव ने कहा कि जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं, और जो हंगामा इस समय मचाया जा रहा है, वह उचित नहीं है.
उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कुछ लोग इस जांच को लेकर गैरजरूरी बवाल खड़ा कर रहे हैं, जबकि यह एक सामान्य और कानूनी प्रक्रिया है. उनका मानना था कि इस तरह की घटनाओं को लेकर कोई भी उथल-पुथल नहीं की जानी चाहिए. उन्होंने सभी से अपील की कि न्याय प्रक्रिया में मदद करनी चाहिए और जांच में सहयोग देना चाहिए, ताकि सही परिणाम तक पहुंचा जा सके.
इसके बाद उन्होंने भूपेश बघेल के घर से निकलते वक्त ईडी की टीम पर हुए हमले पर कहा कि यह काम निंदनीय है. किसी को भी जांच एजेंसी के काम में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. उन्होंने यह भी जोड़ा कि मामले में लापरवाही सामने आ सकती है, और इस पर पूरी तरह से ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि निष्पक्षता से काम हो सके.
इससे पहले, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई स्थित निवास सहित विभिन्न स्थानों पर 10 मार्च को छापेमारी की गई. ईडी की इस कार्रवाई के विरोध में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशानुसार, मंगलवार को प्रदेश के जिला स्तर पर केंद्रीय एजेंसी और केंद्र की भाजपा सरकार का पुतला दहन किया जाएगा.
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पीएसएम/एकेजे