नई दिल्ली, 21 दिसंबर . दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर आम आदमी पार्टी ने सभी 70 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया. केजरीवाल की पार्टी ने इस बार कई मौजूदा विधायक के टिकट काटे हैं. इस लिस्ट में दक्षिणी दिल्ली स्थित देवली विधानसभा क्षेत्र भी है. यहां से वर्तमान विधायक प्रकाश जारवाल का टिकट काटकर प्रेम कुमार चौहान को दिया है. इस विधानसभा में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर लोगों को क्या मूड है और पांच साल में उन्हें दिल्ली सरकार की फ्री 200 यूनिट बिजली, पानी सहित अन्य सुविधाओं का कितना लाभ हुआ. यह जानने के लिए ने देवली विधानसभा के कुछ लोगों से बात की.
देवली में रहने वाले रामलाल ने कहा कि यहां पानी की घोर समस्या है. केजरीवाल प्रचार करने तो आ रहे हैं, लेकिन वह मुख्य सड़क से होकर निकल रहे हैं, देवली विधानसभा की गलियों में नहीं आ रहे हैं. यहां की गलियां टूटी हुई हैं. केजरीवाल ने बीते पांच साल में कोई ढंग का काम नहीं किया है. अगर किया होता तो इस विधानसभा में पानी की समस्या दूर हो जाती.
संतोष (महिला) ने बताया कि यह क्षेत्र पानी की समस्या से परेशान है. टूटी हुई सड़कें हादसों को दावत दे रही हैं. स्वच्छ जल के साथ घर के दूसरे कामों के लिए पानी बाहर से खरीदना पड़ता है. दिल्ली की केजरीवाल सरकार बीते 10 साल से झूठ ही बोल रही है. फ्री बिजली के बारे में वह झूठ बोलते हैं. हम लोगों का हर महीने हजारों का बिल आता है. पानी के लिए 70 रुपये बिल जमा करा रहे हैं. पानी कभी आता है, कभी नहीं आता. मजबूरन पानी के निजी टैंकर पर निर्भर होना पड़ता है. 2100 रुपये महिलाओं को देने का वादा भी उनका झूठा है. चुनाव के बाद वह पलट जाएंगे.
रज्जो देवी ने बताया कि 15 दिन में एक बार पानी आता है. इसके बाद महीनों तक पानी नहीं आता है. मजबूरी में बाहर से पानी खरीदना पड़ता है. सरकारी टैंकर आता है लेकिन, पानी उन्हें ही मिल पाता है, जिनके घर में ज्यादा लोग हैं. अरविंद केजरीवाल फ्री बिजली के झूठे दावे कर रहे हैं. बिजली का बिल गर्मियों में 5 हजार रुपये आता रहा है. बिजली बिल ठीक कराने के लिए बिजली ऑफिस जाते हैं, तो वहां सुनवाई नहीं होती है.
शकुंतला ने बताया कि हमारी विधानसभा में टूटी हुई सड़कें हैं. यहां पर पानी के लिए बहुत परेशान होना पड़ता है. साफ-सफाई नहीं है, बरसात के मौसम में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. विधायक सिर्फ वोट मांगने के लिए आते हैं. पांच साल में हमने एक बार भी विधायक को नहीं देखा है.
नसीमा ने बताया कि किराए के मकान पर रहती हूं. 10 से 15 दिन में एक बार पानी आता है. पेंशन से ही गुजारा चल रहा है. 2 हजार रुपये पेंशन आती है, लेकिन उससे गुजारा नहीं हो पाता है. पानी की बड़ी गंभीर समस्या है.
बलदेव जोशी ने बताया कि इस विधानसभा में पानी की समस्या से काफी परेशानी होती है. प्राइवेट टैंकरों पर निर्भर होना पड़ता है. पीने के लिए पानी खरीदते हैं और घर के अन्य कामों के लिए भी पानी खरीदना पड़ता है. 10 साल में केजरीवाल की सरकार और इनके विधायक ने यह समस्या दूर नहीं की है. देवली की कॉलोनी में सड़कों का बुरा हाल है. सड़क जितनी बनती नहीं है, उससे ज्यादा तोड़ी जाती है. यहां के वर्तमान विधायक पांच साल पहले वोट मांगने के लिए आए थे. मैंने इसके बाद उन्हें कभी नहीं देखा.
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डीकेएम/