दिल्ली में घना कोहरा छाया, देरी से चल रही ट्रेनें उड़ानों पर भी पड़ा असर

नई दिल्ली, 7 जनवरी . राष्ट्रीय राजधानी मंगलवार को घने कोहरे की चादर में लिपटी रही, जिससे विजिबिलिटी भी कम हो गई. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक सुबह 5:30 बजे दिल्ली में 11.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जबकि दिन में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 19 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.

कम विजिबिलिटी के कारण, सोमवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर 400 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुई. स्पाइसजेट ने एक्स पोस्ट में कहा कि दिल्ली (डीईएल), अमृतसर (एटीक्यू), जम्मू (आईएक्सजे), श्रीनगर (एसएक्सआर), गोरखपुर (जीओपी), वाराणसी (वीएनएस), अयोध्या (एवाईजे), दरभंगा (डीबीआर) और पटना (पीएटी) खराब मौसम (कम दृश्यता) के कारण, 7 जनवरी को सभी उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं.

इसके अलावा शीत लहर और कोहरे से दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कई ट्रेनें भी देरी से चलीं.

आईएमडी ने सात दिवसीय पूर्वानुमान में 11 और 12 जनवरी को बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की आशंका जताई है, विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इससे वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है. इस संभावित वर्षा से दृश्यता में भी सुधार हो सकता है और मौजूदा घने कोहरे से कुछ राहत मिल सकती है.

राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता लगातार दूसरे दिन भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने मंगलवार सुबह 6 बजे तक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 310 दर्ज किया.

दिल्ली के कुछ खास इलाकों जैसे आनंद विहार (394), पटपड़गंज (364), जहांगीरपुरी (359) और अशोक विहार (343) में एक्यूआई का स्तर और भी अधिक दर्ज किया गया, जो इन इलाकों में गंभीर प्रदूषण को दिखाता है. हालांकि, नजफगढ़ (284) जैसे कुछ इलाकों में हवा की गुणवत्ता थोड़ी बेहतर रही, जिसे ‘खराब’ श्रेणी में रखा गया.

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के अनुसार, आने वाले दिनों में दिल्ली के एक्यूआई में सुधार होने की उम्मीद है. जो अनुकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के कारण ‘खराब’ श्रेणी में आ जाएगा. बेहतर हवा की गति ने इस क्रमिक सुधार में योगदान दिया है, सोमवार को शाम 4 बजे एक्यूआई का स्तर 339 और शाम 5 बजे 335 दर्ज किया गया. आईएमडी का पूर्वानुमान एक्यूआई के स्तर में निरंतर गिरावट का संकेत देता है.

निवासियों को सलाह दी गई कि वे कम दृश्यता वाली स्थितियों में सावधानी बरतें और खराब वायु गुणवत्ता और ठंड के प्रभावों से खुद को बचाने के लिए आवश्यक उपाय करें.

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एमकेएस/केआर