बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस का ‘नौकरी दो या सत्ता छोड़ो’ को लेकर प्रदर्शन

पटना, 12 जून . कांग्रेस के राज्यव्यापी “नौकरी दो या सत्ता छोड़ो प्रदर्शन” के तहत बिहार की राजधानी पटना में रोजगार एवं नियोजन भवन के सामने गुरुवार को सैकड़ों युवाओं, छात्रों और संविदा कर्मियों ने बढ़ती बेरोजगारी और बढ़ते अपराध के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया.

प्रदर्शनकारियों ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि बिहार के युवाओं को नौकरी दो या सत्ता छोड़ो. इस प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब भी शामिल हुए. विरोध प्रदर्शन में आए युवाओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए और रोजगार केंद्र पर ताला जड़ दिया. सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बिहार में सात लाख से अधिक संविदा कर्मी वर्षों से काम कर रहे हैं. सरकार की ऐसी नियोजित व्यवस्था है जिसमें न स्थायी नौकरी है और न उचित वेतन. बिहार को पलायन के दंश को झेलने को मजबूर कर दिया गया है.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने तंज कसते हुए कहा कि पिछले 20 साल में ‘टायर्ड’ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सबसे बड़ी उपलब्धि है, पांच करोड़ युवाओं का बेरोजगार होना. बिहार में आज ट्रबल इंजन सरकार के रहते बेरोजगारी का यह आलम है कि 45 विभागों में पांच लाख से अधिक सरकारी पद खाली पड़े हैं. परीक्षाओं में बार-बार पेपर लीक ने बिहार के युवाओं की मेहनत को मजाक बना दिया है. युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब ने कहा कि जो छात्र आज मजबूरन बिहार से बाहर रहते हैं, उन्होंने भी प्रदर्शन में शामिल होकर बताया कि मेरी डिग्री बिहार की है. नौकरी नहीं मिलने से हम दूसरे राज्यों में नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं, जिससे प्रतिभा और हुनर का मजाक बन रहा है.

कई छात्रों ने बताया कि उच्च शिक्षा की पढ़ाई के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से लाखों का लोन लिया, लेकिन नौकरी नहीं मिल पाने के कारण बिहार के बाहर जाकर अपनी डिग्री के मुकाबले नीचे स्तर का काम कर रहे हैं. कुछ लोग लोन चुकाने के लिए अपनी जमीन भी बेच रहे हैं.

इसके अलावा बिहार के सभी जिला मुख्यालयों में रोजगार केंद्रों पर भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.

एमएनपी/एकेजे