नई दिल्ली, 30 जनवरी . उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में बुधवार को भगदड़ मचने से 30 लोगों की मौत के बाद अधिवक्ता विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दायर कर वहां पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के अलावा सभी राज्यों के फैसिलिटेशन सेंटर, मेडिकल स्टाफ, इलेक्ट्रॉनिक मैसेजिंग आदि व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है.
अधिवक्ता विशाल तिवारी ने से बात करते हुए बताया, “उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बुधवार को एक हृदय विदारक घटना हो गई. इस घटना में करीब 30 लोगों की मौत हो गई. इसको लेकर हमने उच्चतम न्यायालय में एक पीआईएल दायर की है. इस पीआईएल में हमने पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने की मांग की है. यह किसी एक राज्य का इवेंट नहीं है, सारे राज्यों से लोग वहां जा रहे हैं तो इस इवेंट को लेकर सभी राज्यों की सामूहिक जिम्मेदारी हो. देश के सभी राज्य प्रयागराज में अपने फैसिलिटेशन सेंटर खोलें. ताकि उन सेंटर्स पर समस्त राज्यों से आ रहे लोगों को आसानी से सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें.”
उन्होंने आगे कहा, “इसके अलावा पूरे शहर में डिस्प्ले और अनाउंस बोर्ड हिंदी में लगे हैं. जबकि देश के हर राज्य से श्रद्धालु आ रहे हैं. उनमें से ज्यादातर लोग हिंदी को बेहतर तरीके से नहीं समझ पाते. ऐसे में कोई आपातकालीन अनाउंसमेंट को समझने में उन लोगों को दिक्कत होती है. इसके लिए अन्य भाषाओं में इसका भी समाधान किया जाए, ताकि श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो. इसके अलावा सरकार लोगों को इलेक्ट्रॉनिक मैसेज भेजे, ताकि लोगों को पहले से ही चीजों के बारे में पता रहे. इसके अलावा हमने मांग की है कि सभी राज्यों के मेडिकल स्टाफ जैसे नर्सें, डॉक्टर इत्यादि की तैनाती भी वहां करनी चाहिए. क्योंकि एक राज्य इतने ज्यादा लोगों के लिए मेडिकल स्टाफ नहीं मुहैया करा सकता है. इसलिए अन्य राज्यों का भी मेडिकल स्टाफ होना चाहिए.”
उन्होंने अंत में कहा, “इसके अलावा हमारी मांग है कि वीआईपी मूवमेंट में आम लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आए. बुधवार को हुई भगदड़ में कहा जा रहा है कि वीआईपी मूवमेंट के बाद ही भगदड़ शुरू हुई.”
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