मुजफ्फरपुर में नौकरी के नाम पर यौन उत्पीड़न मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग

पटना, 19 जून . बिहार के मुजफ्फरपुर में एक चिट फंड कंपनी द्वारा नौकरी के नाम पर कथित तौर पर महिलाकर्मियों के साथ यौन उत्पीड़न मामले की भाकपा (माले) ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.

भाकपा-माले की एक टीम ने 18 जून को घटनास्थल का दौरा भी किया. इस टीम में शामिल नवनिर्वाचित एमएलसी शशि यादव और पालीगंज के विधायक संदीप सौरभ सहित कई नेता शामिल थे.

पटना में बुधवार को इन नेताओं ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की. साथ ही कहा कि जांच के दायरे में राजनीतिक संरक्षण व प्रशासनिक मिलीभगत को भी लाया जाना चाहिए.

नेताओं ने बताया कि मुजफ्फरपुर के सिटी एसपी से भी मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली गई. रोजगार के नाम पर बड़ी संख्या में लड़कियों को झांसा देकर नेटवर्किंग कंपनी से जोड़ने और उनके साथ मारपीट तथा यौन हिंसा किए जाने का मामला सामने आया है. स्थानीय थाना की भूमिका बेहद शर्मनाक रही जब एक पीड़िता का केस दर्ज करने से मना कर दिया गया.

उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में शेल्टर होम कांड के बाद दूसरा सेक्स स्कैंडल सामने आया है, जिसके तार बिहार से लेकर यूपी तक जुड़े हैं. रोजगार के नाम पर युवतियों के साथ भयानक खेल खेला गया है. नेताओं ने दर्ज प्राथमिकी के सभी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने और मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि राजनीतिक संरक्षण और प्रशासनिक मिलीभगत के बिना यह संभव नहीं है, इसलिए इसकी भी जांच होनी चाहिए.

इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने यूपी के गोरखपुर से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है.

एमएनपी/एबीएम