फरवरी में भर्तियों में 10 प्रतिशत का हुआ इजाफा, फ्रेशर्स की मांग बढ़ी: रिपोर्ट

बेंगलुरु, 6 मार्च . भारत के जॉब मार्केट में फरवरी 2025 में जबरदस्त बढ़त देखने को मिली. इस दौरान पिछले महीने के मुकाबले 10 प्रतिशत अधिक भर्तियां हुई हैं. यह जानकारी गुरुवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई.

जॉब सर्च प्लेटफॉर्म फाउंडइट द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया कि फरवरी में फ्रेशर्स की भर्तियों में एक अलग ट्रेंड देखने को मिला. जहां नियोक्ता अब डिग्री की अपेक्षा स्किल्स, सर्टिफिकेशन और उद्योग विशेष स्किल को अधिक महत्व दे रहे हैं.

योग्यता की तुलना में स्किल को प्राथमिकता देने वाली नौकरियों का हिस्सा 2023 में 4 प्रतिशत से बढ़कर 2025 में 14 प्रतिशत हो गया है, जो उद्योग की उभरती मांगों के अनुरूप अधिक स्किल कार्यबल की ओर बदलाव को दर्शाता है.

फाउंडइट के सीईओ वी सुरेश ने कहा कि स्किल आधारित भर्तियों की ओर नियोक्ता जा रहे हैं. नियोक्ता ऐसे कैंडिडेट्स को अधिक महत्व दे रहे हैं, जिनके पास प्रैक्टिकल अनुभव या फिर इंडस्ट्री के लिए जरूरी स्किल सेट हैं.

रिपोर्ट में आगे बताया गया कि फ्रेशर्स की मांग में भी इजाफा देखने को मिली है. फरवरी में फ्रेशर्स की भर्तियों में मासिक आधार पर 6 प्रतिशत की बढ़त हुई है.

विभिन्न क्षेत्रों में आईटी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में फ्रेशर्स की भर्तियां सबसे अधिक हुई हैं. फ्रेशर्स की भर्तियों में इस सेक्टर की हिस्सेदारी 2024 में 17 प्रतिशत से लगभग दोगुनी होकर 2025 में 34 प्रतिशत हो गई. इसके अलावा, भर्ती और स्टाफिंग उद्योग में भी फ्रेशर्स की भर्ती में तेज वृद्धि देखी है, जो विभिन्न क्षेत्रों में नई प्रतिभाओं की बढ़ती मांग को उजागर करती है.

इसके अलावा बीएफएसआई और बीपीओ/आईटीईएस में फ्रेशर्स की भर्तियों में गिरावट देखने को मिली है, जो कि इंडस्ट्री की बदलती प्राथमिकता को दर्शाता है.

बिक्री एवं व्यवसाय विकास, विपणन एवं संचार और चिकित्सा भूमिकाओं में तेजी आई है और अब विपणन एवं संचार क्षेत्र में फ्रेशर्स के लिए उपलब्ध नौकरियों की संख्या 11 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है.

बड़े महानगरों के अलावा टियर-2 शहरों जैसे नासिक, जयपुर, सूरत, कोयम्बटूर, इंदौर, कोच्चि, थाने, वडोदरा, चंडीगढ़ और नागपुर भी नये रोजगार अवसरों के लिए प्रमुख स्थान के रूप में उभर रहे हैं.

एबीएस/