बेंगलुरु, 25 मार्च . डेलॉइट ने मंगलवार को भारत में अपना ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सिमुलेशन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) लॉन्च किया. कंपनी द्वारा यह कदम वित्त वर्ष 2030 तक जेनरेटिव एआई (जेनएआई) में तीन बिलियन डॉलर के वैश्विक निवेश विजन के तहत उठाया गया है.
बेंगलुरु में ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सिमुलेशन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की लॉन्चिंंग के साथ कंपनी का उद्देश्य ग्राहकों की निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में तेजी लाना, संभावित जोखिमों को कम करना और उनके निवेश पर रिटर्न (आरओआई) को अधिकतम करना है.
सीओई 5जी, 6जी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, इंडस्ट्रियल मेटावर्स, स्पेस टेक, फिजिकल रोबोटिक्स और नैनोटेक जैसी नेक्स्ट जनरेशन क्षमताओं को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा.
सीओई रियल टाइम इनसाइट का इस्तेमाल कर एडवांस विजुलाइजेशन, डिजिटल ट्विन और मल्टी-एजेंट सिस्टम को डेवलप करना चाहता है.
डेलॉइट साउथ एशिया के अध्यक्ष, रणनीति, जोखिम और लेन-देन, रोहित बेरी ने कहा, भारत के यूनिक स्किल्ड टैलेंट पूल, एडवांस सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग क्षमताओं और फेवरेबल बिजनेस एनवायरमेंट इसे इनोवेशन का ग्लोबल हब बनाता है.
ग्लोबल एआई परिदृश्य में भारत की अहमियत बढ़ाने को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता सरकार के विजन मेकिंग एआई इन इंडिया और मेकिंग एआई वर्क फॉर इंडिया में दिखाई देती है.
उन्होंने आगे कहा, भारत में सिमुलेशन सीओई का शुभारंभ हमारी डिजिटल अर्थव्यवस्था, निवेश और नौकरियों के विकास के लिए अहम होगा. जैसा कि भारत बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन को लाना जारी रखता है, सीओई भारत और दुनिया दोनों के लिए जटिल चुनौतियों को बड़े पैमाने पर हल करने के लिए एआई के इस्तेमाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
सीओई डेलॉइट के ग्लोबल जेनएआई मार्केट इनक्यूबेटर को एडवांस सिमुलेशन में अपने गहन अनुभव के साथ बढ़ाता है, जो ग्राहकों को सलाह देने के लिए एक नया और गतिशील दृष्टिकोण पेश करता है.
डेलॉइट ग्लोबल स्ट्रैटेजी, रिस्क एंड ट्रांजैक्शन लीडर निकोलई एंडरसन ने कहा, “ग्लोबल एआई सिमुलेशन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस क्लाइंट्स के रणनीति विकास के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाने में मदद करेगा.”
सीओई दुनिया भर के क्षेत्रीय केंद्रों के साथ मिलकर जेनएआई विस्तार को लेकर ग्लोबल लीडर्स से कनेक्ट करते हुए एक डायनेमिक हब के रूप में काम करेगा.
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