नई दिल्ली, 10 नवंबर . कांग्रेस पार्टी अपने खोए हुए जनाधार को हासिल करने के लिए ‘दिल्ली न्याय यात्रा’ निकाल रही है. इसी बीच दिल्ली में कांग्रेस के एक बड़े नेता ने पार्टी को अलविदा कह दिया. दिल्ली में पांच बार विधायक रह चुके वरिष्ठ कांग्रेस नेता चौधरी मतीन अहमद रविवार को कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए.
गौरतलब है कि वर्ष 2025 की शुरुआत में ही दिल्ली विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मतीन अहमद का कांग्रेस छोड़ना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मतीन अहमद को आम आदमी पार्टी में शामिल कराया.
इसके उपरांत अरविंद केजरीवाल ने एक जानकारी साझा करते हुए कहा कि यमुना पार क्षेत्र में चौधरी मतीन अहमद जनता के बीच रहकर उनकी सेवा करते आए हैं. चौधरी साहब का आम आदमी पार्टी परिवार में स्वागत है.
बता दें कि दिल्ली में अगले कुछ महीनों में विधानसभा के चुनाव होने हैं. कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को लगातार इन चुनावों के लिए प्रोत्साहित कर रही है. वहीं, जनता से जुड़ने का भी प्रयास चल रहा है. कांग्रेस की ‘दिल्ली न्याय यात्रा’ भी इसलिए निकाली जा रही है.
रविवार को भी कांग्रेस की यह यात्रा दिल्ली के कई इलाकों में जारी रही. शनिवार को कांग्रेस की यह चुनावी यात्रा पांच अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में निकाली गई थी और इस दौरान लगभग 25 किलोमीटर का सफर तय किया गया.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि वे दिल्ली में पार्टी को मजबूत करने में जुटे हैं. हालांकि इस पूरी कवायद के बीच चौधरी मतीन अहमद जैसे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के जाने से पार्टी को नुकसान होने की आशंका है. कांग्रेस से पांच बार विधायक रहे चौधरी मतीन अहमद यमुना पार इलाके में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच काफी सक्रिय रहे हैं.
कांग्रेस के कुछ स्थानीय नेताओं ने मतीन अहमद के आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेने पर अपनी असहमति दर्ज कराई, लेकिन इस विषय पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है. गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत शीला दीक्षित के समय से मतीन अहमद यमुना पार में कांग्रेस के एक मजबूत नेता रहे हैं. रविवार को उन्होंने अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में कांग्रेस छोड़ दी और आम आदमी पार्टी में चले गए.
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जीसीबी/एबीएम