नई दिल्ली, 8 जुलाई . दिल्ली सरकार के 5000 शिक्षकों के ट्रांसफर पर गवर्नमेंट स्कूल टीचर एसोसिएशन के जनरल सेक्रेट्री अजय वीर यादव ने दिल्ली की शिक्षा मंत्री पर सवाल खड़े किए हैं और कहा है कि उपराज्यपाल और दिल्ली के सांसदों ने इस मामले में शिक्षकों की सहायता की और इन सब लोगों की सिफारिश के बाद यह हमारा ट्रांसफर रुका.
अजय वीर यादव ने से बातचीत करते हुए बताया कि, दिल्ली में 5000 शिक्षकों का ट्रांसफर तहलका मचाने वाला मुद्दा था. हमने उस पर शिक्षा मंत्री से भी मुलाकात की. उन्होंने कहा कि उनको शिक्षा ट्रांसफर की पॉलिसी के बारे में नहीं पता था कि ये बदल गई है. उनका ये बयान गैर जिम्मेदाराना था. ऐसे में हमें ये समझ नहीं आ रहा है कि हमारे विभाग को कौन देख रहा है?
अजय वीर ने इस मामले पर शिक्षा मंत्री पर राजनीति करने की भी बात की. उन्होंने कहा कि दिल्ली के शिक्षकों के ट्रांसफर को शिक्षा मंत्री ने मुद्दा बनाना चाहा. उन्होंने कभी कहा कि ये ट्रांसफर उपराज्यपाल ने किया है, तो कभी कहा कि डायरेक्टर ने किया है.
अजय वीर ने सवाल किया कि ऐसी स्थिति में शिक्षक किसके पास जाएं? शिक्षा मंत्री के फैसले का शिक्षकों को भी दुख है कि 5000 शिक्षकों को अलग से क्यों चिह्नित कर दिया. वे सभी भी बाकी शिक्षकों की तरह से थे. जो शिक्षक इनके दल में थे, उनमें किसी का ट्रांसफर नहीं हुआ है. शिक्षकों को अलग-अलग श्रेणियों में बांटकर राजनीति न करें. जब शिक्षा मंत्री महोदय ने अपने हाथ खड़े किए तो हमको उपराज्यपाल द्वारा राहत मिली. हमनें दिल्ली के सांसदों के समक्ष भी ये मुद्दा उठाया था. शिक्षा मंत्री ने उसके बाद भी कई प्रकार की बातें की, जिससे शिक्षक आहत हैं और इसलिए हम प्रेस कांफ्रेंस के लिए आए हैं.
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