दिल्ली पुलिस ने दो करोड़ की ब्राइडल आउटफिट चोरी का खुलासा किया, तीन आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली, 4 मार्च . दिल्ली पुलिस ने फतेहपुर बेरी थाना क्षेत्र में एक बड़ी चोरी का खुलासा किया है. घटना पिछले सप्ताह की है. एक नामी बुटीक से दो करोड़ रुपये के ब्राइडल आउटफिट और अन्य कीमती सामान चुराए गए थे.

पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो नाबालिग और एक महिला शामिल हैं.

चोरी की घटना 28 फरवरी और 1 मार्च के बीच की रात को हुई थी. आरोपी महिला अपने दो साथियों के साथ बुटीक में घुसी और सुरक्षा गार्ड को बंधक बना लिया. फिर, उन्होंने बुटीक से 50 से ज्यादा ब्राइडल आउटफिट और अन्य कीमती सामान चुरा लिए.

पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपियों ने डीवीआर भी चुराया था, ताकि उनकी पहचान न हो सके. पुलिस ने तकनीक का सहारा लेकर जांच की और आरोपियों का पता लगाते हुए उनके द्वारा उपयोग किए गए वाहन को मंगलपुरी क्षेत्र में पकड़ लिया. वहां से पुलिस ने सभी चोरी की गई वस्तुएं बरामद कीं.

इस चोरी का मास्टरमाइंड बुटीक का पूर्व सेल्सबॉय था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उसकी साथी महिला को भी पकड़ लिया गया है, जो गार्ड को गुमराह करने में शामिल थी.

पुलिस ने कुल 50 डिजाइनर ब्राइडल आउटफिट्स, कैमरा, कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान सहित दो करोड़ रुपये का चोरी का सामान बरामद किया है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले को कुछ ही घंटों में सुलझा लिया और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

एडिशनल डीसीपी अचिन गर्ग ने मीडिया को बताया कि दिल्ली के फतेहपुर में एक ब्राइडल डिजाइनर बुटीक में लूट और चोरी की घटना 28 फरवरी और 1 मार्च की दरम्यानी रात हुई. पीसीआर कॉल के जरिए पुलिस को सूचना मिली कि एक बुटीक में चोरी हो रही है. जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची, तो पता चला कि वहां एक सुरक्षा गार्ड था, जिसने फोन करके मदद मांगी थी. गार्ड ने बताया कि तीन लोग आए थे, जिनमें एक महिला भी थी. महिला ने गार्ड से कहा कि वह बुटीक के मालिक की रिश्तेदार है और अंदर सामान लेने के लिए आई है. जब गार्ड ने उन्हें अंदर जाने से रोका और फोन करने को कहा, तो महिला ने गार्ड का फोन छीन लिया और दो अन्य लोग बाहर से आए. उन तीनों ने मिलकर गार्ड को बंधक बना लिया और दो घंटे तक बुटीक के अंदर लूटपाट की. वे महंगे लहंगे, सूट और साड़ियां अपने साथ ले गए.

पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और 30 घंटे के अंदर मामले को सुलझा लिया. टीम ने सीसीटीवी फुटेज, स्थानीय जांच और बुटीक के पास स्थित 70-80 कैमरों को चेक किया. इसके बाद, एक टेम्पो का पता चला जिसका इस्तेमाल लूट करने के लिए किया गया था. पुलिस ने टेम्पो के मालिक से संपर्क किया और एक किशोर को गिरफ्तार किया, जिसने बाकी आरोपियों की पहचान करवाई.

एक आरोपी बुटीक में ही काम करता था और महिला एक सोशल मीडिया के जरिए उससे मिली थी. पूरी लूट की योजना उस कर्मचारी ने बनाई थी, जो बुटीक में काम करता था. वह ऑनलाइन जुआ में पैसा हार चुका था. उसके पास बुटीक के ग्राहकों की संपर्क जानकारी थी, जिन्हें वह सस्ते दामों पर चोरी का सामान बेचने की योजना बना रहा था.

शिकायकर्ता आशीष बत्रा ने कहा, “मैं दिल से पुलिस टीम का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने इतनी मेहनत से मेरी सभी चीजें पूरी तरह से रिकवर कर दीं. उन्होंने इतनी अच्छे तरीके से ऑपरेशन चलाया, बिना किसी को डिस्टर्ब किए और केस को बहुत जल्दी सॉल्व किया. चोरी किए गए सामान बहुत कीमती और खास थे, जो हमारी ब्राइड्स के लिए डिजाइन किए गए थे.”

बत्रा ने कहा कि उन्हें घटना की रात एक बजे चोरी की जानकारी मिली. जब वह वहां पहुंचे तो, पुलिस टीम भी पहुंच चुकी थी और जांच शुरू कर चुकी थी.

उन्होंने बताया कि करीब एक-दो करोड़ रुपये का माल चोरी हो गया था, जो पूरी तरह से रिकवर कर लिया गया है.

एसएचके/एकेजे