दिल्ली पुलिस ने दस साल से फरार आरोपी को किया गिरफ्तार

New Delhi, 6 अक्टूबर . राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राजौरी Police ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दस वर्ष से फरार अपराधी को गिरफ्तार कर लिया. Police ने अपराधी को New Delhi के आईजीआई हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया.

गिरफ्तार किए गए युवक की पहचान राजौरी के खवास तहसील गुंधा निवासी लयकत अली के रूप में हुई है. यह व्यक्ति बुधल Police स्टेशन में First Information Report संख्या 72/2015 के तहत धारा 324, 452, 336, 323 और 147 आरपीसी के तहत दर्ज मामले में वांछित था.

Police अधिकारी ने बताया कि आरोपी लयकत अली 2015 से फरार था, जिसके कारण न्यायालय ने उसके खिलाफ धारा 512 सीआरपीसी के तहत वारंट जारी किया था.

उन्होंने बताया कि एलओसी (लुक आउट सर्कुलर) पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आईजीआई हवाई अड्डे पर मुखबिर की सूचना पर अपराधी को गिरफ्तार किया गया.

वहीं, Monday को ही दिल्ली के आउटर-नॉर्थ जिले की साइबर क्राइम Police ने एक बड़े फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग घोटाले का भंडाफोड़ करते हुए Gujarat से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने भोले-भाले लोगों को शेयर बाजार में ऊंचे मुनाफे का लालच देकर ठगा.

इस घोटाले में एक पीड़ित से 11.20 लाख रुपए की ठगी की गई. Police ने आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन, एक पासबुक, दो डेबिट कार्ड और एक चेकबुक बरामद की है.

टीम ने तकनीकी जांच और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर Gujarat के साबरकांठा जिले के गढ़ा गांव में छापेमारी की. वहां से दो आरोपियों, जाबिर हुसैन (38) और माज अरोदिया (30), को गिरफ्तार किया गया.

Police जांच में पता चला कि आरोपियों ने फर्जी ट्रेडिंग ऐप बनाकर social media के जरिए लोगों को लुभाया. पीड़ितों का भरोसा जीतने के बाद उन्हें फर्जी बैंक खातों में पैसे जमा करने को कहा गया.

ठगी की रकम को कई खातों में बांटकर Gujarat और Maharashtra के खातों में ट्रांसफर किया गया. जांच में इन खातों का संबंध एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज तीन अन्य शिकायतों से भी जुड़ा, जो एक अंतरराज्यीय साइबर अपराध नेटवर्क की ओर इशारा करता है. Police ने लोगों से अपील की है कि वे अनजान ऐप्स या social media लिंक के जरिए निवेश न करें.

एसएके/एबीएम