New Delhi, 18 जुलाई . दिल्ली पुलिस की साइबर शाखा ने एक संगठित सेक्सटॉर्शन रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए मेवात क्षेत्र से चार साइबर अपराधियों को हिरासत में लिया है, जिसमें इस गिरोह का सरगना भी शामिल है. यह गिरोह डेटिंग ऐप्स का उपयोग कर लोगों को अपने जाल में फंसाता था, उनकी आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड करता था और फिर सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर मोटी रकम वसूलता था.
पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता अंकित कुमार कैन ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि एक अज्ञात व्यक्ति ने एक ऐप के जरिए उनसे संपर्क किया. इसके बाद व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल के दौरान अश्लील सामग्री दिखाकर उन्हें उकसाया गया. इस दौरान उनकी आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड कर ली गई और 35,000 रुपये की मांग की गई. डर के मारे अंकित ने रकम ट्रांसफर कर दी, लेकिन जब और पैसे की मांग हुई, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक विशेष टीम गठित की. तकनीकी निगरानी और धन के लेन-देन के विश्लेषण के आधार पर पुलिस ने मेवात क्षेत्र में छापेमारी की.
शुरुआत में दिल्ली में छापा मारकर खाता धारक मंगल सिंह और श्याम सिंह को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद मेवात से गिरोह के मास्टरमाइंड अरमान खान को पकड़ा गया. उसके कब्जे से दो मोबाइल फोन बरामद हुए, जिनमें कई पीड़ितों की आपत्तिजनक वीडियो मौजूद थीं.
जांच में यह भी पता चला कि एक अन्य आरोपी, असीद खान, ने भुगतान के लिए स्कैनर की व्यवस्था की थी, जिसे बाद में हिरासत में लिया गया.
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह फर्जी प्रोफाइल बनाकर डेटिंग ऐप्स पर लोगों को निशाना बनाता था. पीड़ितों को प्रलोभन देकर वीडियो कॉल पर आपत्तिजनक गतिविधियों के लिए उकसाया जाता था. इसके बाद ब्लैकमेलिंग के जरिए सोशल मीडिया पर वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देकर उनसे पैसे वसूले जाते थे. इस रैकेट में अलग-अलग लोग खातों का प्रबंधन, वीडियो रिकॉर्डिंग और धन हस्तांतरण जैसे कार्यों में लिप्त थे.
दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से सात मोबाइल फोन और छह सिम कार्ड जब्त किए हैं. वर्तमान में पुलिस गहन पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस गिरोह ने कितने लोगों को अपना शिकार बनाया. पुलिस का कहना है कि इस तरह के साइबर अपराधों से बचने के लिए लोगों को डेटिंग ऐप्स पर अज्ञात व्यक्तियों से सावधानी बरतनी चाहिए.
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एकेएस/एएस