नई दिल्ली, 29 अक्टूबर . दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम से ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाई गई. इस कार्यक्रम में हजारों लोगों ने भाग लिया.
इस दौड़ में भाग लेने आए दिल्ली पुलिस के एक आरक्षी ने से बात की. बताया, “सब एकजुट होकर दौड़ लगा रहे हैं. हमें बहुत अच्छा लग रहा है. हर विभाग से लोगों का यहां इकट्ठा होकर एक साथ दौड़ना, दौड़ते हुए स्टेडियम से बाहर निकलकर इंडिया गेट को देखना बहुत प्रेरणादायक है. सरदार पटेल की याद में दौड़ना हम सब के लिए गर्व की बात है.”
बीएसएफ के जवान पप्पू यादव बताते हैं कि यह दौड़ एकता की प्रतीक है. ये देश को अटूट बनाने में मदद करेगी.
बता दें कि इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस कार्यक्रम में शामिल होकर देशवासियों को बधाई दी थी.
उन्होंने कहा, “आज हम सब ‘रन फॉर यूनिटी’ में एकत्र हुए हैं. ये एकता दौड़ सिर्फ भारत की एकता का संकल्प नहीं है. अब एकता दौड़ विकसित भारत का संकल्प भी बन गई है. क्योंकि 2047 में जब भारत अपनी आजादी की शताब्दी मनाएगा, तो हमारे देश के प्रधानमंत्री ने इस देश के नागरिकों के सामने एक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है और प्रधानमंत्री ने एक ऐसा भारत बनाने का संकल्प लिया है जो हर क्षेत्र में पूरी दुनिया में प्रथम होगा. आज जब मैं आप सबके सामने उपस्थित हूं, तो भारत एक समृद्ध, विकासशील, आगे बढ़ता हुआ, सशक्त राष्ट्र के रूप में दुनिया के सामने खड़ा है.”
उन्होंने आगे कहा, “जब हम अपने इतिहास पर नजर डालते हैं, तो आजादी के बाद 552 राजे-रजवाड़ों को एक साथ लाने की एक बहुत बड़ी समस्या अचानक देश के सामने खड़ी हो गई. उस समय ये सरदार साहब ही थे, जिन्होंने अपनी दृढ़ निर्णय शक्ति, दृढ़ इच्छा शक्ति और तेज गति से इन सबको एक साथ लाकर आज के भारतीय संघ का नक्शा हम सबके सामने लाए. ये सरदार पटेल ही थे जिनकी दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण आज देश एकजुट है. दुनिया के सामने मजबूती से खड़ा है. जब स्वतंत्रता दिवस मनाया गया तो सरदार पटेल ने अपनी कुशलता और दृढ़ संकल्प का परिचय देते हुए पूरे जोश के साथ इन सभी रियासतों को भारत के साथ जोड़ा, चाहे वो लक्षद्वीप हो, जूनागढ़ हो या हैदराबाद हो. आज भारत दुनिया के सामने प्रथम बनने के मार्ग पर मजबूती से खड़ा है. इसकी नींव रखने का काम हमारे सरदार पटेल साहब ने किया था.”
–
पीएसएम/केआर