नई दिल्ली, 5 मार्च . दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने बुधवार को यमुना नदी की सफाई का जायजा लिया. उन्होंने यमुना सिग्नेचर ब्रिज से लेकर आईटीओ छठ घाट और ओखला बैराज तक निरीक्षण किया.
मंत्री ने इस दौरान यमुना के किनारे हो रही सफाई और अन्य कामों का बारीकी से मूल्यांकन किया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नदी की सफाई में कोई कमी न रहे और जल्द से जल्द इसे ठीक किया जाए.
इसका वीडियो भी उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स प्लेटफॉर्म पर साझा किया. उन्होंने अपने पोस्ट में कहा कि आज यमुना सिग्नेचर ब्रिज से आईटीओ छठ घाट और ओखला बैराज तक यमुना की सफाई का निरीक्षण किया.
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का प्रमुख उद्देश्य यमुना की सफाई करना है. साथ ही कोशिश है कि दिल्ली में जलभराव की समस्या पैदा न हो. मरम्मत का काम भी जारी है. मैं आप लोगों के माध्यम से दिल्ली की जनता को यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि अब राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ की स्थिति पैदा नहीं होगी. यह हमारी सरकार का संकल्प है.
उन्होंने कहा कि हम एसटीपी की कैपिसिटी को भी बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. हमने यमुना की सफाई का काम शुरू कर दिया है. डीडीए की तरफ यमुना रिवर फ्रंट बनाया जाए. इस दिशा में भी हमने काम शुरू कर दिया है.
उन्होंने कहा कि हम यमुना की सफाई पूरे संकल्प के साथ करेंगे. हम इस संबंध में दिन-रात अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. हम इस संबंध में आईटी अधिकारियों के संपर्क में भी बने हुए हैं.
बता दें कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के बाद जल शक्ति मंत्रालय यमुना की सफाई को लेकर मिशन मोड पर काम कर रहा है. सरकारी सूत्रों के अनुसार, यमुना नदी की सफाई के लिए विशेषज्ञों से राय ली गई है. मंत्रालय का फोकस दो चरणीय दृष्टिकोण पर है, जिसमें यमुना की सफाई और रिवरफ्रंट बनाना शामिल है.
सूत्रों के अनुसार, यमुना की सफाई और रिवरफ्रंट बनाने का यमुना मास्टर प्लान अपने अंतिम चरण में है. जल्द ही इसे मंजूरी मिलने की संभावना है. हाल ही में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ दिल्ली के यमुना तट पर स्थित वासुदेव घाट पहुंची थीं, जहां उन्होंने यमुना आरती की थी.
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एसएचके/केआर