नई दिल्ली, 20 मार्च . दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को पत्र लिख कर रोहिणी के बीएसए कॉलेज में एमबीबीएस की छात्राओं से यौन उत्पीड़न के आरोपी सहायक प्रोफेसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है.
स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल कॉलेज में छात्राओं की सुरक्षा पर जोर दिया. उन्होंने सवाल उठाया कि सचिव (स्वास्थ्य) ने यौन उत्पीड़न की घटना की रिपोर्ट क्यों नहीं की और मुख्य सचिव (सीएस) उनका बचाव क्यों कर रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने सोमवार को मुख्य सचिव को रोहिणी के बीएसए कॉलेज में एमबीबीएस की छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया था.
स्वास्थ्य मंत्री भारद्वाज ने छात्राओं पर अपनी शिकायत वापस लेने का दवाब डालने के लिए प्रिंसिपल और विभागाध्यक्ष (एचओडी) की निंदा की थी और उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई का भी आदेश दिया था.
हालांकि, बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले में निराशा व्यक्त करते हुए कहा, ”यह देखकर हैरान हूं कि मुख्य सचिव घटिया बहाने बनाकर दोषियों का बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं.”
सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल को लिखे अपने पत्र में कहा, ”जब सतर्कता विभाग और स्वास्थ्य विभाग समय पर कार्रवाई करने में विफल रहे तो पीड़ितों को व्यक्तिगत रूप से पुलिस से संपर्क करना पड़ा. आंतरिक शिकायत समिति मामले को खींच रही है और डेढ़ महीने में अपनी रिपोर्ट तक नहीं दी.”
दिल्ली के बाबा साहेब अंबेडकर मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस की छात्राओं ने कुछ दिन पहले फार्माकोलॉजी के सहायक प्रोफेसर सलीम शेख पर मौखिक परीक्षा के दौरान यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. मंगलवार को सतर्कता निदेशालय ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से आरोपी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा था.
22 फरवरी को दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, 2021 बैच की एक एमबीबीएस छात्रा ने आरोप लगाया कि 31 जनवरी को फार्माकोलॉजी विभाग में एक प्रेक्टिकल एग्जाम में वाइवा के दौरान सहायक प्रोफेसर ने उससे अनुचित और बेमतलब सवाल पूछे. सवालों से वह ‘असहज’ हो गई थी.
अपनी शिकायत में छात्रा ने बताया था कि शेख ने उसकी कुर्सी असामान्य तरीके अपने करीब रखी थी, जहां छात्र शिक्षक के सामने बैठते थे.
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एफजेड/