नई दिल्ली, 9 जुलाई . दिल्ली सरकार और एलजी के बीच पेड़ काटने के मुद्दे को लेकर रार ठन गई है. दिल्ली सरकार की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने मंगलवार को पेड़ काटने वाली जगह का निरीक्षण किया.
दिल्ली सरकार की तरफ से दो लेटर भी जारी करते हुए बताया गया है कि जब एलजी ने यहां का दौरा किया था तब सभी अधिकारी मौजूद थे. दिल्ली सरकार का आरोप है कि डीडीए ने ही छतरपुर के रिज क्षेत्र में बीजेपी के एलजी के आदेश पर गैरकानूनी ढंग से 1,100 पेड़ कटवा दिए थे.
इस मुद्दे पर दिल्ली सरकार के तीन मंत्रियों की एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई गई थी. मंगलवार को कमेटी ने स्थल पर पहुंचकर मुआयना किया. दिल्ली सरकार ने जारी किए गए पत्र के जरिए बताया है कि 3 फरवरी 2024 को एलजी के सतबरी दौरे के दौरान दिल्ली सरकार के सभी शीर्ष अधिकारी मौजूद थे. आम आदमी पार्टी ने इस बात को भी उठाया है कि याद रखें कि सुप्रीम कोर्ट लगातार पूछ रहा है कि जब एलजी ने उस स्थान का दौरा किया था, जहां लगभग 1,100 पेड़ अवैध रूप से काटे गए थे, तो कौन मौजूद थे?
आम आदमी पार्टी के मुताबिक अब डीडीए का नया दस्तावेज सामने आया है. जिससे साफ हो गया है कि एलजी के सतबरी दौरे के दौरान दिल्ली सरकार के तमाम आला अधिकारी मौजूद थे. इसलिए, सुप्रीम कोर्ट डीडीए से यह सटीक जानकारी मांग रहा है. रिज क्षेत्र में एलजी की यात्रा के दौरान कौन-कौन लोग मौजूद थे, जहां 1,100 पेड़ काटे गए थे? इस बात पर सभी अधिकारी चुप क्यों थे?
गौरतलब है कि दिल्ली के रिज में 1,100 पेड़ काटने को लेकर खड़ा हुआ विवाद अब और भी ज्यादा गर्म होता जा रहा है. आम आदमी पार्टी दिल्ली के एलजी पर हमलावर हो चुकी है. मामला कोर्ट भी पहुंच गया है. इसी मुद्दे पर दिल्ली सरकार ने अपने मंत्रियों की एक अहम बैठक बुलाई थी. जिसमें सभी मंत्री शामिल हुए थे. इस बैठक में निर्णय लिया गया था कि एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जाएगी, जिसमें दिल्ली सरकार के तीन मंत्री शामिल होंगे और इस पूरे मामले की रिपोर्ट बनाकर सरकार और कोर्ट को पेश करेंगे. इस फैक्ट फाइंडिंग कमेटी में सौरभ भारद्वाज, आतिशी और इमरान हुसैन शामिल हैं.
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पीकेटी/एबीएम