दिल्ली सरकार ने भ्रष्टाचार में लिप्त होकर मां यमुना को गंदा किया : वीरेंद्र सचदेवा

नई दिल्ली, 26 अक्टूबर . दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने हाल ही में अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना को यमुना में डुबकी लगाने की चुनौती दी थी. हालांकि, इस चुनौती का कोई उत्तर नहीं मिला, क्योंकि न तो केजरीवाल और न ही आतिशी यमुना में डुबकी लगाने पहुंचीं. इसके बाद वीरेंद्र सचदेवा ने खुद यमुना में डुबकी लगाई, जिसके परिणामस्वरूप गंदे पानी के कारण उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ा और उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया.

वीरेंद्र सचदेवा ने अस्पताल से एक वीडियो संदेश जारी कर कहा, “दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय जी ने मेरे स्वास्थ्य की कामना की है, जिसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं. लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि मेरे लिए मेरे स्वास्थ्य से ज्यादा जरूरी है यमुना जी की सफाई.”

उन्होंने कहा कि आज जब छठ पर्व सिर पर है, माताएं और बहनें भगवान सूर्य देव की आराधना करने और अर्ध देने जाएंगी. हमारी इस डुबकी ने यह बता दिया है कि आपकी सरकार ने भ्रष्टाचार में लिप्त होकर किस प्रकार से मां यमुना को गंदा किया है. पूरी दिल्ली देख रही है कि आपने 10 साल में मां यमुना का क्या हाल किया है. यमुना जी इस लायक नहीं है कि हमारी माताएं-बहनें वहां जाएं.

सचदेवा ने आगे कहा, “जो परेशानी हम झेल रहे हैं, वह मैं अपने अनुभव के आधार पर कह रहा हूं. मैं दिल्ली की जनता से निवेदन करता हूं कि मां यमुना के नाम पर ठगने वाले और दिल्ली को लूटने वाले लोगों से हमें मुक्ति लेने की जरूरत है.”

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए सचदेवा ने कहा कि वह कोरी कहानी गढ़ने में मस्त हैं. हर बार चुनाव से पहले उन्हें अपने पर हमले की चिंता होती है, लेकिन जनता के आक्रोश का सामना नहीं कर पाते. उन्होंने कहा, “आपके विधायकों को जनता दौड़ा-दौड़ा कर भाग रही है. यह हमला नहीं है, बल्कि यह आपके 10 साल के भ्रष्टाचार का गुस्सा है. आप वह आदमी हैं जो एक-एक टॉयलेट शीट चुराकर ले गए. आपके लिए शराब की नीति और शीश महल भ्रष्टाचार यही आपके राजनीतिक पतन का कारण है. आपने दिल्ली को लूटने का काम किया है, और दिल्ली की जनता जवाब देगी.”

उन्होंने फिर से यमुना की सफाई के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि मां यमुना की सफाई भाजपा की प्राथमिकता है. हम इस पर एक विजन के तहत काम करेंगे.

पीएसके/एकेजे