दिल्ली सरकार ने दलित कल्याण फंड में भी घोटाला किया : राजकुमार आनंद

नई दिल्ली, 10 जुलाई . अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री रह चुके राजकुमार आनंद ने बुधवार को भाजपा का दामन थामने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दलितों के साथ धोखा और छल करने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा कि वह केजरीवाल सरकार में मंत्री थे. लेकिन, दलितों का कोई काम नहीं हो पा रहा था. वह लगातार दलितों के हितों से जुड़े मुद्दों को लेकर केजरीवाल के पास जाते थे. लेकिन, दलितों का काम करने में उनकी रुचि नहीं है. दिल्ली सरकार में दलित कल्याण फंड में भी घोटाला किया गया, इसलिए उन्होंने केजरीवाल सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. यहां तक कि दलितों के नाम पर दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बावजूद केजरीवाल ने एक भी दलित को राज्यसभा सांसद नहीं बनाया.

राजकुमार आनंद ने अप्रैल में आप सरकार से इस्तीफा देने के बाद बसपा का दामन थामा था. लेकिन, बुधवार को उन्होंने अपनी पत्नी वीणा आनंद के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. इन दोनों नेताओं के साथ-साथ आप विधायक करतार सिंह तंवर, आप पार्षद उमेद सिंह फोगाट और आप नेता रत्नेश गुप्ता सहित कई आप नेताओं ने भी भाजपा का दामन थाम लिया.

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह, भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और संजय मयूख की उपस्थिति में इन नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया. भाजपा में शामिल होने के बाद आप विधायक करतार सिंह तंवर ने अरविंद केजरीवाल पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के नाम पर सत्ता में आने वाले आज खुद भ्रष्टाचार कर रहे हैं. इन्होंने दिल्ली को नरक बना दिया है और दिल्ली की जनता के विश्वास और भरोसे को तोड़ा है.

उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली की जनता के साथ धोखा और छल करने का आरोप लगाते हुए पूरे समर्पण से भाजपा के साथ काम करने की बात कही.

वहीं, राजकुमार आनंद ने दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी में शामिल होने को अपने लिए गर्व की बात बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि वे पीएम मोदी के विजन को सीधे दिल्ली की जनता से कनेक्ट करने के लिए काम करेंगे.

एसटीपी/एबीएम