नई दिल्ली, 10 जनवरी . दिल्ली चुनाव का बिगुल फुंक चुका है. सभी राजनीतिक पार्टियां राज्य में राज्य में अपने-अपने समीकरण साधने में लगी हुई हैं. विधानसभा चुनाव में उत्तर पश्चिम दिल्ली में डायवर्सिटी की वजह से हर चुनाव में मामला कांटे का हो जाता है. दिल्ली का रोहिणी इलाका उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. 2008 में परिसीमन के बाद इसे एक स्वतंत्र विधानसभा क्षेत्र के रूप में अस्तित्व मिला. इससे पहले यह विधानसभा क्षेत्र कई अन्य विधानसभाओं का हिस्सा था.
यह विधानसभा क्षेत्र उत्तर पश्चिम दिल्ली में आता है. यह 1980 के दशक में दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा सभी आय वर्गों के लिए एक समृद्ध और सुव्यवस्थित आवासीय विधानसभा क्षेत्र के रूप में विकसित किया गया था. डीडीए के प्रयासों से इस विधानसभा क्षेत्र में तेजी से शहरीकरण हुआ और यह आज दिल्ली के सबसे विकसित विधानसभा क्षेत्रों में शामिल है.
रोहिणी, दिल्ली नगर निगम के 12 जोनों में से एक है और इस विधानसभा क्षेत्रफल लगभग 3,015 हेक्टेयर है. यहां की आबादी लगभग 8,60,000 है, जो लगातार बढ़ रही है. यहां पर बाजार, स्कूल, कॉलेज और अस्पतालों की पर्याप्त संख्या है, जो इसे एक आदर्श शहरी विधानसभा क्षेत्र बनाते हैं. इसके अलावा, दिल्ली मेट्रो सेवा की उपलब्धता ने यहां के निवासियों के जीवन को और भी आसान बना दिया है, जिससे वे दिल्ली के अन्य विधानसभा क्षेत्रों से जुड़ने में सक्षम हैं.
राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो रोहिणी विधानसभा क्षेत्र में पिछले कुछ चुनावों में बीजेपी की मजबूत पकड़ देखने को मिली है. 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी के विजेंद्र गुप्ता ने शानदार जीत दर्ज की, उन्हें 62,174 वोट मिले थे. उनके मुख्य प्रतिद्वंदी आम आदमी पार्टी के राजेश नामा बंसीवाला को 49,526 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के सुमेश गुप्ता को केवल 1,963 वोट मिले थे. इससे पहले 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी के विजेंद्र गुप्ता को 59,867 वोट मिले थे और वे विजयी हुए थे. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के सी.एल. गुप्ता को 54,500 वोट मिले थे और कांग्रेस के सुखबीर शर्मा को 3,399 वोट मिले थे. रोहिणी विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी का प्रभाव लगातार मजबूत रहा है और पार्टी ने दोनों चुनावों में एक मजबूत जीत हासिल की है. 2013 के विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल का उदय हो रहा था. उस चुनाव में आम आदमी पार्टी के राजेश गर्ग ने भाजपा के जय भगवान अग्रवाल को 1872 वोटों से हराकर विजय प्राप्त की थी. राजेश गर्ग को 47890 वोट मिले थे जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा के जय भगवान अग्रवाल को 46018 वोट मिले थे.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 5 फरवरी को सिंगल फेज में होगा. चुनाव आयोग के मुताबिक कुल 83,49,645 पुरुष, 71,73,952 महिला और 1,261 थर्ड जेंडर को मिलाकर कुल 1.55 करोड़ मतदाता अपने बहुमूल्य अधिकार का प्रयोग करेंगे. नतीजे का ऐलान 8 फरवरी को होगा. चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही दिल्ली में चुनाव ‘आदर्श आचार संहिता’ लागू हो गई है.
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पीएसएम/