दिल्ली चुनाव 2025 : सदर बाजार में आप के रथ को रोकने के लिए पूरी ताकत झोंक रही भाजपा और कांग्रेस

नई दिल्ली, 18 जनवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद राज्य के सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले इलाकों में से एक सदर बाजार की चुनावी रस्साकशी चालू है. यहां आम आदमी पार्टी के तीन बार के विधायक सोम दत्त के सामने भारतीय जनता पार्टी के मनोज कुमार जिंदल और कांग्रेस पार्टी के अनिल भारद्वाज हैं. दोनों के पास सोमदत्त को लगातार जीत का चौका लगाने से रोकने की चुनौती है.

सदर बाजार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. यह क्षेत्र दिल्ली के सेंट्रल जिले में स्थित है और इसकी पहचान मुख्य रूप से सदर बाजार के रूप में है, जो एशिया और भारत का सबसे बड़ा थोक बाजार माना जाता है. सदर बाजार एक ऐसा इलाका है, जहां प्रतिदिन लगभग 300 करोड़ रुपये का कारोबार होता है, और यह स्थान अपने भारी भीड़-भाड़ के लिए प्रसिद्ध है. यहां हर प्रकार के घरेलू सामान सस्ते दामों में थोक में मिलते हैं, जिससे यह बाजार पूरे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के लिए एक प्रमुख खरीदारी स्थल बन गया है. त्योहारी मौसम के दौरान, जैसे दिवाली, करवा चौथ, और छठ पूजा के समय यहां भीड़ और ज्यादा बढ़ जाती है, और इस दौरान बाजार पूरी तरह से गुलजार हो उठता है.

साल 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में, सदर बाजार सीट पर आम आदमी पार्टी के सोम दत्त ने शानदार जीत हासिल की थी. उन्हें 68,790 वोट मिले, जबकि भारतीय जनता पार्टी के जयप्रकाश को 43,146 वोट मिले और कांग्रेस के प्रत्याशी सतबीर शर्मा को 9,857 वोट मिले. इस चुनाव में 66 फीसदी मतदान हुआ.

साल 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में अपनी पहली पूर्ण बहुमत सरकार बनाई. इस चुनाव में सोम दत्त ने 34,000 से अधिक वोटों के अंतर से भाजपा के प्रवीण कुमार जैन को हराया था. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 में से 67 सीटों पर विजय प्राप्त की, जिसमें सदर बाजार भी शामिल था. सोम दत्त को 67,507 वोट मिले जबकि भाजपा उम्मीदवार को 33,192 वोट मिले. साथ ही कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन को 16,331 वोट मिले थे.

अन्ना आंदोलन के बाद साल 2013 में हुए चुनाव में पहली बार आम आदमी पार्टी सत्ता में आई थी. इस चुनाव में आप के सोम दत्त को 34,079 वोट मिले थे जबकि भाजपा के जयप्रकाश को 33,283 वोट मिले और कांग्रेस के राजेश जैन को 31,094 वोट मिले थे.

सदर बाजार का इतिहास दिल्ली विधानसभा चुनावों के साथ जुड़ा हुआ है. इस सीट पर पहला चुनाव 1993 में हुआ था, और उस समय भारतीय जनता पार्टी के हरिकिशन ने जीत हासिल की थी. इसके बाद, 1998 से लेकर 2008 तक कांग्रेस के राजेश जैन का दबदबा इस सीट पर बना रहा. जैन ने लगातार तीन चुनावों में जीत दर्ज की.

सदर बाजार विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 1,94,582 हैं, जिनमें 1,03,545 पुरुष और 91,022 महिला मतदाता हैं. इसके अतिरिक्त 15 ट्रांसजेंडर मतदाता भी हैं. यह इलाका न केवल अपने व्यापारिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां के धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व भी इस क्षेत्र को एक विशिष्ट पहचान देते हैं. सदर बाजार क्षेत्र के आसपास के इलाके जैसे खारी बावली, प्रताप बाजार, और स्वदेशी मार्केट भी प्रसिद्ध हैं, जो स्थानीय और बाहरी खरीदारों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. यहां के प्रमुख आकर्षणों में से एक है खानपान, जो इस क्षेत्र को और भी खास बनाता है. इसके साथ ही, रेलवे स्टेशन जैसे सराय रोहिल्ला और सदर बाजार इस क्षेत्र के यातायात के मुख्य केंद्र हैं.

पीएसएम/एकेजे