नई दिल्ली, 5 फरवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद तमाम एजेंसियों के एग्जिट पोल के आंकड़े आने शुरू हो गए. कई एजेंसियों के एग्जिट पोल में भाजपा को बढ़त मिलती हुई दिखाई दे रही है तो कहीं, एक बार फिर आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनती नजर आ रही है. इसी बीच, एग्जिट पोल पर सियासी बयानबाजियां भी शुरू हो गई. भाजपा और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने एग्जिट पोल पर टिप्पणी की.
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने से बात करते हुए कहा, ”हम एग्जिट पोल का सम्मान करते हैं. हमें विश्वास है कि दिल्ली की जनता ने भाजपा को अपना आशीर्वाद दिया है. इसका परिणाम 8 फरवरी को साफ दिखाई देगा. भाजपा कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की है और पूरी एकजुटता के साथ काम किया है. दिल्ली की जनता भ्रष्टाचार से तंग आ चुकी थी और उन्होंने ‘आप’ सरकार के खिलाफ वोट दिया है.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘गुड गवर्नेंस’ की सराहना करते हुए सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी के अच्छे शासन को सलाम किया है. हमें पूरा यकीन है कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी. दिल्ली की जनता ने भ्रष्टाचार और गुंडई के खिलाफ मतदान किया है. आम आदमी पार्टी ने चुनाव में पैसे, शराब और फर्जी वोटिंग की कोशिशें की, लेकिन दिल्लीवासियों ने इन सब कोशिशों को नकार दिया है.
वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती ने एग्जिट पोल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एग्जिट पोल कितने विश्वसनीय होते हैं, यह हम पहले भी देख चुके हैं. उन्होंने दावा किया कि पिछले चुनावों की तुलना में आम आदमी पार्टी इस बार बेहतर परिणाम प्राप्त करेगी, केजरीवाल की सरकार फिर से बनेगी और दिल्ली के लोगों से किए गए वादे को हम पूरा करेंगे.
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को 400 सीटें मिल रही थी. लेकिन, हम सबने देखा कि भाजपा 240 सीटों पर सिमट गई थी. अगर हम अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दें तो भी उसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा. दिल्ली में चौथी बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है.
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आएंगे. दिल्ली में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 36 है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 699 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें से 603 पुरुष और 96 महिला उम्मीदवार हैं.
पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 672 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा है. दोनों ने सभी 70 सीटों पर प्रत्याशी उतारे. वहीं, भाजपा ने एक-एक सीट जेडीयू और लोजपा (रामविलास) को दी. दिल्ली में मुख्य रूप से भाजपा, ‘आप’ और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है.
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पीएसके/एबीएम