नई दिल्ली, 29 अक्टूबर . दिल्ली के उभरते तेज गेंदबाज हर्षित राणा कुछ बड़ा करने की कगार पर हैं . वह मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में भारत के लिए संभावित टेस्ट डेब्यू कर सकते हैं. 22 वर्षीय हर्षित राणा, जिन्होंने पूरे घरेलू सत्र में अपने हरफनमौला कौशल का प्रदर्शन किया है, जल्द ही राष्ट्रीय टीम में शामिल होंगे, जो उनके क्रिकेट के सफर में एक महत्वपूर्ण कदम होगा और संभवतः ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के लिए भारत को एक शक्तिशाली हथियार देगा.
युवा तेज गेंदबाज के संभावित टेस्ट डेब्यू की यात्रा को उनके दिल्ली के कोच और पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता सरनदीप सिंह ने बारीकी से निर्देशित किया है. अपने मार्गदर्शन कौशल के लिए माने जाने वाले कोच का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया से पहले टेस्ट में खेलने से भारत और राणा दोनों को बहुत फायदा होगा.
सरनदीप ने कहा, “अगर भारत चाहता है कि वह खेले, तो मैं इसे देखना पसंद करूंगा. अगर वह ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले टेस्ट खेलता है, तो यह हर्षित और भारत के लिए भी बेहतर होगा कि उन्हें एक अच्छा तेज गेंदबाज मिले.” चयनकर्ता और पूर्व टेस्ट तथा वनडे खिलाड़ी के रूप में अनुभव के साथ, सरनदीप समझते हैं कि उच्चतम स्तर पर सफल होने के लिए क्या करना पड़ता है. उनका कोचिंग दृष्टिकोण व्यक्तिगत है, जो प्रत्येक खिलाड़ी की अनूठी ताकत के अनुसार प्रेरणा देता है.
उन्होंने बताया, “मुझे पता है कि इन खिलाड़ियों को कैसे संभालना है.आप सभी के साथ एक जैसा व्यवहार नहीं कर सकते. मैंने हर्षित से कहा कि वह भारत के लिए एक अवसर के कगार पर है, और उसे यहां पांच विकेट लेने चाहिए. वह उत्साहित हो गया और उसने अच्छा प्रदर्शन किया.”
राणा ने अपने कोच की बात को सच साबित करते हुए वैसा ही किया. अरुण जेटली स्टेडियम में असम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी तैयारी और मजबूत हो गई. उन्होंने पांच विकेट लिए, जो उनका दूसरा प्रथम श्रेणी पांच विकेट हॉल था, और महत्वपूर्ण 59 रन बनाए, जिससे दिल्ली को 10 विकेट से जीत मिली और बोनस अंक हासिल हुआ.
मैच के बारे में बताते हुए राणा ने कहा, “टीम प्रबंधन चाहता था कि मैं ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले घरेलू मैच खेलूं, और मुझे खुशी है कि मैंने इस मैच में बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा प्रदर्शन किया.”
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