नई दिल्ली, 23 अगस्त . विधवा महिलाओं को पेंशन नहीं मिलने पर बीजेपी ने दिल्ली के लाजपत नगर इलाके में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. यह विरोध प्रदर्शन बीजेपी नेता वीरेंद्र सचदेवा और रमेश बिधूड़ी के नेतृत्व में किया गया. इसमें कई कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. सभी ने केजरीवाल के विरोध में नारे लगाए. इस बीच, बीजेपी ने चेतावनी भी दी कि अगर 24 घंटे के भीतर बुजुर्ग महिलाओं और विधवाओं को पेंशन उपलब्ध नहीं कराया जाएगा, तो वो अधिकारियों के दफ्तरों का घेराव करेंगे.
वहीं, वीरेंद्र सचदेवा ने से बातचीत में कहा, “कई महीनों से लगातार बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिल पा रहा है. हर सरकार का कर्तव्य होता है कि बुजुर्गों को पेंशन दिया जाए, लेकिन अरविंद केजरीवाल की सरकार सिर्फ लूटने का काम कर रही है.”
उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, “ये लोग एक बोतल के साथ दूसरी बोतल फ्री दे सकते हैं. अपने शीशमहल में पैसा लगा सकते हैं, लेकिन बुजुर्गों को पेंशन नहीं दे सकते हैं. हमने इन बुजुर्गों की मांगों को लेकर समाज कल्याण निदेशालय को ज्ञापन सौंपा था. हमने उन्हें दो टूक कह दिया था कि 24 घंटे में पेंशन लागू करो, नहीं तो आपका घेराव करेंगे. बीजेपी का कार्यकर्ता इन्हें पेंशन दिलाकर रहेगा.”
बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी ने भी से बातचीत की. इसमें उन्होंने कहा, “केजरीवाल सरकार माताओं बहनों को पेंशन नहीं दे रही है. माताएं बहनें हमारी दफ्तरों मे आ रही हैं और हमसे शिकायत कर रही हैं कि हमें पेंशन नहीं दिया जा रहा है. कोई कह रहा है कि हमें 9 महीने से पेंशन नहीं मिल रहा है, तो कोई कह रहा है कि हमें आठ महीने से पेंशन नहीं मिल पा रहा है, तो कोई कह रहा है कि हमें छह महीने से पेंशन नहीं मिल रहा है. हमारी हालत बहुत खराब है. हमारी हालत ऐसी बन चुकी है कि हमारी कोई भी सुनने को तैयार नहीं हो रहा है. माताओं-बहनों की गुहार को ध्यान में रखते हुए हमने इस विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है.”
उन्होंने कहा, “अब हमने सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है कि माताओं बहनों को किसी भी कीमत पर पेंशन उपलब्ध कराया जाए, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की आर्थिक दुश्वारियों का सामना ना करना पड़े.”
बीजेपी नेता ने कहा कि अगर 24 के अंदर हमारी माताओं-बहनों को पेंशन नहीं दिया गया, तो हम अधिकारियों के दफ्तरों के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे. उनके ऊपर दबाव बनाने का काम करेंगे, लेकिन किसी भी कीमत पर अपनी माताओं बहनों के हक में आवाज उठाकर ही दम लेंगे.
उन्होंने कहा, “अगर अरविंद केजरीवाल को ऐसा लगता है कि यह उनके द्वारा माताओं बहनों को दी जाने वाली खैरात है, तो उन्हें अपनी इस गलतफहमी को निकाल देना चाहिए. मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि पेंशन उनके द्वारा दी जाने वाली कोई खैरात नहीं है, बल्कि मदन लाल खुराना ने यह सुविधा दिल्ली के बुजुर्गों और को दी थी कि उन्हें किसी भी प्रकार की आर्थिक दुश्वारियों का सामना ना करना पड़े.”
–
एसएचके/केआर