नई दिल्ली, 27 फरवरी . दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र चल रहा है. भाजपा विधायक कुलवंत राणा ने आप विधायकों के खिलाफ गुरुवार की कार्रवाई को लेकर समाचार एजेंसी से खास बात की. उन्होंने आतिशी के राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखने पर कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने कानून के तहत विधायकों पर कार्रवाई की है.
भाजपा विधायक कुलवंत राणा ने कहा, “विधानसभा अध्यक्ष ने निर्देशित किया है कि कैग रिपोर्ट की जांच की जाए. उन्होंने सचिव को संबंधित विभाग से रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है. इसके अलावा मोहन सिंह बिष्ट को विधानसभा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है.”
विपक्ष ने ‘आप’ विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश से रोके जाने को “तानाशाही” करार दिया है. इस पर कुलवंत राणा ने कहा, “उपराज्यपाल के अभिभाषण के समय विपक्ष का जो रवैया रहा, वह बहुत ही निंदनीय था. एलजी के भाषण का ऐसा अवरोध कभी नहीं होता. विपक्ष ने नियमों का उल्लंघन किया, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए उन्हें तीन दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया.”
इस विषय पर दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखने को लेकर भाजपा विधायक ने कहा, “यह उनका अधिकार है, वह चिट्ठी लिखें. लेकिन जो भी कार्रवाई हुई है, वह विधानसभा के नियमों के अनुसार हुई है.”
आतिशी के राष्ट्रपति को पत्र लिखने पर दिल्ली के कैबिनेट मंत्री आशीष सूद ने कहा, “मेरा पूरा विश्वास है कि विधानसभा अध्यक्ष कानून के अंतर्गत कार्य करते हैं. वहीं, आतिशी अदालत जाने में एक्सपर्ट हैं.”
आतिशी ने गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखी है जिसमें उन्होंने ‘आप’ के विधायक दल के साथ तुरंत मिलने का समय मांगा है. पूर्व मुख्यमंत्री ने इस चिट्ठी में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि दिल्ली सरकार के विभिन्न दफ्तरों से संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीर हटा दी गई है. जो देश के वीर सपूतों का ही नहीं, बल्कि दलित-पिछड़े और वंचित समाज का भी अपमान है.
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एससीएच/एकेजे