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New Delhi, 24 नवंबर . केंद्रीय संसदीय और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू Monday को भूटान के लिए रवाना हुए. रिजिजू उस डेलीगेशन को लीड करेंगे जो पड़ोसी देश में भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को पब्लिक में दिखाने के बाद उन्हें India वापस लाने में मदद करेगा.
किरेन रिजिजू ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों (New Delhi के नेशनल म्यूजियम में रखे) की वापसी के लिए डेलीगेशन को लीड करने के लिए भूटान जा रहा हूं, जिन्हें पब्लिक प्रदर्शनी के लिए भूटान लाया गया था.”
India से भेजे गए भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को थिम्पू के ताशीचो द्जोंग स्थित ग्रैंड कुएनरे हॉल में रखा गया है. ये अवशेष India के लोगों की ओर से भूटान को एक खास तोहफा हैं. यह तोहफा भूटान के चौथे राजा की 70वीं जयंती और भूटान Government द्वारा आयोजित ‘विश्व शांति प्रार्थना महोत्सव’ के सम्मान में दिया गया है.
Prime Minister Narendra Modi ने 11 नवंबर को अपनी भूटान यात्रा के दौरान थिम्पू के ताशीचो द्जोंग में स्थानीय भिक्षुओं के शानदार स्वागत के बीच भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों से आशीर्वाद लेने के लिए भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक के साथ शामिल हुए.
इस दौरे ने दोनों देशों के बीच गहरे सभ्यता और आध्यात्मिक रिश्तों को दिखाया.
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक्स पर पोस्ट किया, “Prime Minister Narendra Modi भूटान के राजा के साथ शामिल हुए और भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों से आशीर्वाद लिया. भिक्षुओं के मंत्रों के साथ, उन्होंने पवित्र अवशेषों के लिए प्रार्थना की.”
इस महीने की शुरुआत में India से भगवान बुद्ध का पवित्र अवशेष (रेलिक्स) भूटान पहुंचा था. भूटान के लोगों ने इन पवित्र अवशेषों का बहुत सम्मान और भव्य स्वागत किया.
इसके लिए Prime Minister Narendra Modi ने भूटान के लोगों और नेतृत्व को दिल से धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि ये पवित्र अवशेष शांति, करुणा और सद्भाव का संदेश देते हैं. बुद्ध की शिक्षाएं India और भूटान के बीच साझा आध्यात्मिक विरासत का पवित्र रिश्ता हैं.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा कि भूटान Government और वहां के लोगों ने जिन पवित्र अवशेषों का इतने गर्मजोशी और श्रद्धा से स्वागत किया, उसे देखकर वे बहुत भावुक हो गए.
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पीएसके