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New Delhi, 24 नवंबर . रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा Pakistan के सिंध प्रांत को लेकर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री पाक सिंध वाले बयान पर अपनी नीति स्पष्ट करें.
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने से बातचीत में कहा कि रक्षा मंत्री को अपने कथन की मंशा स्पष्ट करनी चाहिए, क्योंकि सिंध बंटवारे से पहले India का हिस्सा था और बाद में Pakistan में चला गया.
दीक्षित ने सवाल उठाया, “क्या रक्षा मंत्री यह कहना चाहते हैं कि हम सिंध को वापस लेना चाहते हैं या उसे India में मिलाना चाहते हैं? अगर उनकी ऐसी कोई सोच है, तो देश को स्पष्ट बताया जाना चाहिए.”
कांग्रेस नेता ने Government की कश्मीर नीति पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान Government के कथित रक्षा विशेषज्ञों ने दावा किया था कि भारतीय सेना को छूट मिल जाए तो पीओके वापस आ सकता है.
उन्होंने पूछा, “अगर पीओके काफी हद तक हमारे कब्जे में आ सकता था, तो सीजफायर की आवश्यकता क्यों पड़ी? आज अचानक सिंध की बात उठ रही है. क्या Government वास्तव में अपनी नीति बदल रही है?”
दीक्षित ने कटाक्ष करते हुए कहा, “अगर मेरा मन करे कि बीजिंग India का हिस्सा हो जाए, तो क्या उसका कोई मतलब है? Government को गंभीरता से सोचना चाहिए कि वह क्या संदेश देना चाहती है.”
दरअसल, सिंधी समाज सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा था कि सिंध की जमीन आज भले ही India का हिस्सा न हो, लेकिन सभ्यता और सांस्कृतिक रूप से वह हमेशा India का अभिन्न अंग रहेगा.
मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी की अनुपस्थिति को लेकर भाजपा के हमलावर रुख पर भी संदीप दीक्षित ने प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी कहां जाते हैं और कहां नहीं, इससे क्या फर्क पड़ता है? हर व्यक्ति की अपनी जरूरतें और कार्यक्रम होते हैं. महत्वपूर्ण यह है कि सीजेआई संविधान के मूल्यों को सर्वोपरि रखते हुए न्याय करें.
Prime Minister Narendra Modi अयोध्या में ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे हैं. इसी को लेकर भाजपा ने आरोप लगाया है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव और राहुल गांधी श्रीराम के दर्शन करने नहीं आते.
इस पर संदीप दीक्षित ने कहा कि कौन किस मंदिर में जाता है, यह उसकी व्यक्तिगत आस्था का विषय है. मेरा मानना है कि भाजपा के कई लोग सिर्फ दिखावे के लिए मंदिर जाते हैं.
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एएसएच/डीएससी