राजौरी, 19 दिसंबर . जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बदहाल गांव में रहस्यमयी बीमारी से हो रही मौतों का सिलसिला जारी है. अस्पताल में छह दिन से इलाज करवा रहे एक बच्चे की गुरुवार को मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है.
एक और बच्चे की मौत के बाद इलाके के लोगों में चिंता बनी हुई है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि उनकी टीम संकट से निपटने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
मौजूदा स्थिति का आकलन करने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक टीम कोटरंका पहुंची और इलाके में बड़े स्तर पर जांच और परीक्षण किया. अधिकारियों ने बताया कि कोटरंका क्षेत्र में 3,000 से अधिक परीक्षण पहले ही किए जा चुके हैं. शुरुआती जल और खाद्य परीक्षण के परिणाम सामान्य आए हैं, जबकि आगे की जांच रिपोर्ट अभी आनी बाकी है.
हालांकि, निवासियों के लिए बड़ी राहत की बात यह है कि बदहाल या उसके आसपास के क्षेत्रों में कोई नया मामला सामने नहीं आया है. राजौरी के डिप्टी कमिश्नर ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा, “राष्ट्रीय स्तर की सर्वश्रेष्ठ टीमें जांच में लगी हुई हैं. स्थिति पूरी तरह से सामान्य है और चिंता की कोई बात नहीं है.”
बता दें कि एक ही गांव के कई लोगों की मौत होने का मामला चर्चा में है. प्रशासन सतर्क रुख अपनाए हुए है और हालात पर नजर रखी जा रही है. अधिकारियों से आग्रह किया गया है कि वे सतर्क रहें और स्वास्थ्य संबंधी किसी भी चिंता की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें.
इससे पहले बुधवार को राजौरी के डिप्टी कमिश्नर अभिषेक शर्मा ने बदहाल गांव में जमीनी हालात का आकलन करने के लिए कोटरंका का दौरा किया था. यहां पर हो रही मौतों की जांच के लिए एक बायोसेफ्टी लेवल 3 (बी.एस.एल.-3) मोबाइल प्रयोगशाला भेजी गई और प्रशासन की सहायता के लिए विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम गठित की गई है.
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एससीएच/एकेजे