पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में एचआईवी संक्रमण और एड्स से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा: डब्ल्यूएचओ

मनीला, 30 नवंबर . विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में एचआईवी संक्रमण और एड्स संबंधित मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है.

संगठन के मुताबिक इससे महामारी के खिलाफ वर्षों से जारी लड़ाई को झटका लगा है.

मनीला में डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय कार्यालय के अनुसार, 2019 से नए एचआईवी संक्रमणों में आठ प्रतिशत और एड्स से संबंधित मौतों में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इससे स्पष्ट होता है कि एक बड़ी आबादी के लिए संक्रमण की रोकथाम, परीक्षण, उपचार और देखभाल को लेकर जरूरी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.

जबकि क्षेत्र में एचआईवी पीड़ित 76 प्रतिशत लोगों के पास जीवन रक्षक एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी तक पहुंच है. संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी ने अपने मीडिया विज्ञप्ति में कहा, “विशेषज्ञ इस बात से सहमत हैं कि ये परेशान करने वाले रुझान दिखाते हैं कि एचआईवी के प्रसार को रोकने और इससे संबंधित मौतों को रोकने के लिए बहुत कुछ करने की आवश्यकता है.”

सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में चुनौतियां ज्यादा हैं, जहां 2023 में ही 2.3 मिलियन लोग एचआईवी से पीड़ित हुए, तो 140,000 संक्रमण के नए मामले सामने आए वहीं इससे 53,000 मौतें भी हुईं.

इसमें कहा गया है, “पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में हर घंटे 16 लोग संक्रमित होते हैं और छह लोग एचआईवी संबंधित कारणों से मरते हैं.”

पश्चिमी प्रशांत के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय निदेशक सिया माउ पियुकाला ने कहा, “पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में बढ़ता एचआईवी संक्रमण और इससे होने वाली मौत एक चेतावनी है. हमें उन बाधाओं को तत्काल दूर करना होगा जो लोगों, विशेष रूप से प्रमुख आबादी और उनके भागीदारों को रोकथाम, उपचार और देखभाल तक पहुंचने से रोकती हैं,”

केआर/