नई दिल्ली, 13 मार्च . भारत में आर्थिक गतिविधियों में तेजी देखने को मिल रही है. डील गतिविधियों की वॉल्यूम फरवरी में 14 प्रतिशत बढ़कर 3 वर्ष के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. यह जानकारी एक रिपोर्ट में गुरुवार को दी गई.
ग्रांट थॉर्नटन भारत द्वारा एकत्रित आंकड़ों के अनुसार, इस महीने में 7.2 बिलियन डॉलर की 226 विलय और अधिग्रहण (एमएंडए) और निजी इक्विटी (पीई) डील हुई हैं, जो फरवरी 2024 की तुलना में वॉल्यूम में 67 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि और मूल्य में 5.4 गुना वृद्धि को दर्शाता है.
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के डील लैंडस्केप में फरवरी में मजबूत वृद्धि देखी गई, जिसमें आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) और योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (क्यूआईपी) सहित 9.1 बिलियन डॉलर मूल्य की कुल 233 डील हुई हैं.
भारतीय सार्वजनिक बाजारों में घटते विदेशी निवेश और बढ़ते व्यापार शुल्क सहित वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत में डील गतिविधियां मजबूत घरेलू मांग के कारण बेहतर रही हैं.
ग्रांट थॉर्नटन भारत में ग्रोथ पार्टनर, शांति विजेता ने कहा, “जनवरी से फरवरी तक भारत में डील गतिविधियां मजबूत रही हैं और पिछले तीन वर्षों में सबसे अधिक मासिक डील वॉल्यूम दर्ज किए गए.”
भारत में विलय एवं अधिग्रहण सेगमेंट में 85 डील हुई हैं, जो जनवरी से 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
घरेलू डील की संख्या अधिक रही जो 68 प्रतिशत वॉल्यूम और 78 प्रतिशत वैल्यू के लिए जिम्मेदार थे.
इस महीने का शीर्ष सौदा ओएनजीसी एनटीपीसी ग्रीन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा अयाना रिन्यूएबल पावर प्राइवेट लिमिटेड में 2.3 बिलियन डॉलर में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण था.
प्राइवेट इक्विटी लैंडस्केप में फरवरी में मजबूत वृद्धि देखी गई है और वॉल्यूम 9 प्रतिशत बढ़कर 141 डील पर पहुंच गई, जो कि जनवरी में 129 थी. वैल्यू 16 प्रतिशत बढ़कर 2.4 बिलियन डॉलर पर रही, जो कि पिछले महीने के आंकड़े 2.1 बिलियन डॉलर से अधिक है.
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एबीएस/