New Delhi, 16 जुलाई . इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन के अनुसार लियाम डॉसन को भारत के खिलाफ आठवें नंबर पर उतारने से मेजबान टीम के निचले मध्य क्रम को मजबूत बनाया जा सकता है. दोनों देशों के बीच 23 जुलाई से मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट मैच की शुरुआत होने जा रही है.
35 वर्षीय लेफ्ट आर्म स्पिन बॉलिंग ऑलराउंडर लियाम डॉसन ने आखिरी बार जुलाई 2017 में इंग्लैंड के लिए टेस्ट मैच खेला था. शोएब बशीर के लॉर्ड्स में चोटिल होने के बाद टीम में उनकी वापसी हुई है. इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में दूसरे टेस्ट को 22 रनों से जीतकर पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है.
हुसैन ने Wednesday को ‘डेली मेल’ के लिए अपने कॉलम में लिखा, “शोएब बशीर के लिए दुख हो रहा है, लेकिन खेल की यही प्रकृति है. एक खिलाड़ी की चोट, दूसरे खिलाड़ी के लिए रास्ता खोल देती है. डॉसन के पास साबित करने का मौका है कि वह न सिर्फ गेंद, बल्कि अपने हरफनमौला खेल से भी कितने बेहतरीन खिलाड़ी हैं.”
नासिर हुसैन ने कहा, “अगर डॉसन नंबर 8 पर बल्लेबाजी करने उतरते हैं, तो यह एक बेहद मजबूत निचले क्रम की शुरुआत हो सकती है. नंबर 9 पर टेस्ट शतक जमा चुके गस एटकिन्सन और नंबर 10 पर लॉर्ड्स में शानदार बल्लेबाजी करने वाले ब्राइडन कार्स की उपस्थिति इसे और मजबूत बनाती है.”
पूर्व कप्तान ने का मानना है कि डॉसन का चयन इस बात का एक बड़ा संकेत है कि इंग्लैंड बाएं हाथ के स्पिनर जैक लीच को अब मौका नहीं देना चाहता, जिन्होंने अक्टूबर 2024 में आखिरी बार टेस्ट खेला था.
उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट है कि इंग्लैंड जैक लीच से आगे बढ़ चुका है. लीच और बेन स्टोक्स के बीच अच्छे संबंध हैं, लेकिन उनमें डॉसन जैसे हरफनमौला गुण नहीं हैं.
हुसैन ने आगे कहा, “यह तब महत्वपूर्ण हो सकता है, जब इंग्लैंड तय कर ले कि इस सर्दी में ऑस्ट्रेलिया में किन स्पिन गेंदबाजों को ले जाना है. आपको वहां सफल होने के लिए मजबूती की जरूरत होती है, और डॉसन में यह भरपूर है. यह उस समय अहम साबित हो सकता है, जब इंग्लैंड इस सर्दी ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए स्पिन गेंदबाजों को चुनेगा. ऑस्ट्रेलिया में सफलता के लिए मजबूत जज्बे की जरूरत होती है. डॉसन के पास इस जज्बे की कोई कमी नहीं है.”
लियाम डॉसन काउंटी चैंपियनशिप में हैम्पशायर के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्हें 2023 और 2024 में ‘पीसीए प्लेयर ऑफ द ईयर’ भी चुना गया था.
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आरएसजी/एएस