New Delhi, 5 अगस्त . पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया का मानना है कि एक युवा टीम के साथ इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 2-2 से ड्रॉ कराना कप्तान शुभमन गिल के लिए प्रेरणा के रूप में काम करेगा और उनके करियर में मददगार साबित होगा.
इंग्लैंड दौरे की शुरुआत से पहले रोहित शर्मा और विराट कोहली ने संन्यास ले लिया था. इसके बाद शुभमन गिल को टेस्ट टीम की कप्तानी सौंपी गई थी. बतौर कप्तान गिल कैसा प्रदर्शन करेंगे, इसे लेकर सभी के मन में संशय की स्थिति थी. लेकिन, गिल ने सीरीज में सर्वाधिक 754 रन बनाकर एक नई ऊंचाई हासिल की.
से बात करते हुए दानिश कनेरिया ने कहा, “दर्शकों को सलाम, उन्होंने ऐसा महसूस कराया जैसे मैच भारत में खेला जा रहा हो. शुभमन गिल ने पूरे दौरे में शानदार कप्तानी की और आखिरी दिन उनकी रणनीतिक कुशलता ने भारत की बहुत मदद की. पुरानी गेंद से बॉलिंग जारी रखने के उनके फैसले से भारत को बहुत फायदा हुआ.”
कनेरिया ने कहा, “यह सीरीज शुभमन गिल के लिए महत्वपूर्ण थी क्योंकि यह कप्तान के रूप में उनकी पहली सीरीज थी. एक युवा टीम के साथ विदेश में सीरीज ड्रॉ कराना उनके लिए एक बड़ी प्रेरणा है. वह भविष्य में बहुत कुछ सीखेंगे. इसमें हमेशा कुछ न कुछ कमियां तो रहेंगी ही, लेकिन मुझे लगता है कि वह लंबे समय में एक शानदार कप्तान बन सकते हैं.”
पूर्व स्पिनर ने ‘द ओवल’ टेस्ट के आखिरी दिन सिराज की बेहतरीन गेंदबाजी की तारीफ की, जिसकी बदौलत भारतीय टीम सीरीज 2-2 से जीतने में सफल रही.
उन्होंने कहा कि सिराज ने गेंद से शानदार प्रदर्शन किया; वह अविश्वसनीय थे. मुझे उनके जैसे क्रिकेटर को देखकर खुशी होती है. वह कभी हार नहीं मानते. लॉर्ड्स में मिली हार से वह निराश थे, लेकिन उन्होंने सुनिश्चित किया कि भारत ओवल में जीत हासिल करे और सीरीज बराबर करे. सिराज ने देश के लिए अपना सब कुछ झोंक दिया. यह एक शानदार जीत थी और टेस्ट मैच देखने लायक था.
कनेरिया ने कहा कि जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत के बिना टेस्ट जीतना और वो भी तब जब सीरीज दांव पर हो, बेहतरीन था. यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, शुभमन गिल, ऋषभ पंत, साई सुदर्शन, करुण नायर और रवींद्र जडेजा ने जीत में अपनी भूमिका निभाई. इस टीम ने लोगों की उम्मीदें बढ़ा दी हैं.
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पीएके/एएस