नई दिल्ली, 10 मई . नागरिकों को डिजिटल खतरों से बचाने के प्रयास में दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने शुक्रवार को कहा कि उसने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) को 28,200 मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक करने और संबंधित 20 लाख मोबाइल कनेक्शन के दोबारा सत्यापन के निर्देश जारी किए हैं.
साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी में दूरसंचार संसाधनों का दुरुपयोग रोकने के लिए डीओटी, गृह मंत्रालय और राज्य पुलिस ने हाथ मिलाया है.
डीओटी ने एक बयान में कहा, “इस सहयोगात्मक प्रयास का उद्देश्य धोखेबाजों के नेटवर्क को खत्म करना और नागरिकों को डिजिटल खतरों से बचाना है.”
गृह मंत्रालय और राज्य पुलिस के एक विश्लेषण में पाया गया कि विभिन्न साइबर अपराधों में 28,200 मोबाइल हैंडसेट का दुरुपयोग किया गया. साथ ही, इन मोबाइल हैंडसेटों के साथ 20 लाख नंबरों का उपयोग किया गया.
इसके बाद दूरसंचार विभाग ने टीएसपी को 28,200 मोबाइल हैंडसेटों को ब्लॉक करने और इन मोबाइल हैंडसेटों से जुड़े 20 लाख मोबाइल कनेक्शनों को फिर से सत्यापित करने में असफल होने पर डिस्कनेक्ट करने के निर्देश जारी किए.
इस सप्ताह की शुरुआत में डीओटी ने अपने वेब पोर्टल ‘चक्षु’ के जरिए एक उपयोगकर्ता द्वारा साइबर धोखाधड़ी की शिकायत के बाद एक मोबाइल नंबर काट दिया और कम से कम 20 लिंक किए गए मोबाइल उपकरणों को ब्लॉक कर दिया.
चक्षु एक ऑनलाइन सेवा है, जो नागरिकों को संदिग्ध धोखाधड़ी की रिपोर्ट करने की सुविधा देती है.
डीओटी ने कहा, “एकीकृत दृष्टिकोण सार्वजनिक सुरक्षा और दूरसंचार बुनियादी ढांचे की अखंडता की रक्षा करने और एक सुरक्षित डिजिटल वातावरण सुनिश्चित करने के प्रति साझा प्रतिबद्धता प्रदर्शित करता है.”
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