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New Delhi, 23 नवंबर . दिल्ली Police की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने देशभर में फैले एक बड़े ऑर्गेनाइज्ड साइबर फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क को ध्वस्त करते हुए उत्तराखंड के हल्द्वानी से चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी पूरे India में 5.92 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी करने वाले हाई-वॉल्यूम म्यूल अकाउंट्स ऑपरेट करते थे और Dubai स्थित मास्टरमाइंड के लिए काम कर रहे थे.
मामला अप्रैल 2025 में दर्ज First Information Report नंबर 131/25 (पीएस स्पेशल सेल) से जुड़ा है, जिसमें एक पीड़ित से फेसबुक पर फर्जी महिला प्रोफाइल (‘ए’) के जरिए संपर्क कर सीबीसीएक्स ग्लोबल ट्रेडर्स, Mumbai नाम की कथित एनबीएफसी में ‘हाई रिटर्न’ इन्वेस्टमेंट का लालच दिया गया. दो महीने तक लगातार उकसाने के बाद पीड़ित से कुल 5,92,44,480 रुपए की ठगी की गई.
विस्तृत फाइनेंशियल जांच में सामने आया कि ठगी का पैसा पहले 33 अलग-अलग बैंक अकाउंट्स में बंटवाया गया, फिर कई लेयर्स में ट्रांसफर कर ट्रेल मिटाने की कोशिश की गई. साइबर सेल ने एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज 10 अन्य शिकायतों से भी कनेक्शन जोड़ा, जिसमें सिर्फ दर्ज कंप्लेंट्स में ही 1.1 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी सामने आई.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम अनस अंसारी (22), मोहम्मद कैफ (22), आकिब (40) और मोहम्मद दानिश (22), हल्द्वानी शामिल हैं. दानिश Dubai -बेस्ड हैंडलर के लिए म्यूल अकाउंट जुटाता था, ओटीपी शेयर करता था, और कैश निकालकर कमीशन पर बांटता था. बाकी तीनों आरोपी अपने-अपने बैंक अकाउंट्स ठगी के पैसे को तुरंत कैश करने के लिए इस्तेमाल करते थे.
डीसीपी क्राइम ब्रांच आदित्य गौतम ने बताया कि यह एक मल्टी-टियर साइबरक्राइम सिंडिकेट है जिसमें फ्रंट-एंड फ्रॉडस्टर, लेयर-1 बिजनेस अकाउंट्स, लेयर-2 म्यूल अकाउंट्स और कैश कलेक्टर्स शामिल हैं. इस कार्रवाई से पूरे नेटवर्क को गहरा झटका लगा है.
कार्रवाई एसीपी साइबर सेल अनिल शर्मा के सुपरविजन में इंस्पेक्टर मंजीत कुमार की टीम ने की. टीम में एसआई परवेश कुमार, एएसआई कंवरपाल, हेड constable विपिन, अनुज, मनीष और विनोद ने तकनीकी एनालिसिस, बैंक कोऑर्डिनेशन और हल्द्वानी में टारगेटेड रेड की. सभी आरोपियों को दिल्ली लाया गया है और आगे की पूछताछ जारी है.
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एससीएच