सभी सीमाओं को लांघकर कांग्रेस के नेता पीएम मोदी को देते हैं गाली, जनता करेगी हिसाब बराबर : विश्वास सारंग

भोपाल, 19 सितंबर . भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखा. नड्डा ने राहुल गांधी को एक “विफल प्रोडक्ट” करार दिया, जिसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी शुरू हो गई है.

मध्य प्रदेश के खेल और युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि, कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी विदेश में जाकर 140 करोड़ जनता द्वारा चुने हुए प्रधानमंत्री मोदी का मखौल उड़ाते हैं. सोनिया गांधी पीएम मोदी को गाली देती हैं. दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे, पी चिदंबरम समेत कांग्रेस के अनेक नेता राजनीति की सभी सीमाओं को लांघकर मोदी जी को गाली देते रहे हैं . पीएम मोदी को 110 गलियां दी गई हैं, उसके बावजूद पीएम मोदी ने उसे सहते हुए केवल देश की जनता के विकास और कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दि‍या.

उन्होंने कहा कि, नरेंद्र मोदी एक ऐसे व्यक्ति हैं, सार्वजनिक जीवन में सालों काम करने के बाद भी उनके ऊपर एक भी आरोप नहीं लगा है. उनका दामन पूरी तरह साफ-सुथरा है. राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए नेहरू परिवार राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राजनीति को गंदा करना चाहते हैं. कांग्रेस पार्टी को इस तरह की सियासत से कोई लाभ नहीं मिलने वाला है. जनता सब जानती है.

पत्र में जेपी नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेताओं ने पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 110 से अधिक गालियां दी हैं. इसमें कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी शामिल है.

जेपी नड्डा ने पीएम मोदी को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा बोले गए तमाम अपशब्दों का जिक्र अपने पत्र में करते हुए यह भी आरोप लगाया कि पीएम मोदी के माता-पिता को भी नहीं छोड़ा गया, उनका भी अपमान किया गया.

उन्होंने कहा, “आजाद भारत के इतिहास में किसी भी नेता का इतना अपमान नहीं किया गया, जितना कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने देश के प्रधानमंत्री का किया. इतना ही नहीं, जिन नेताओं ने देश के प्रधानमंत्री को जितनी बड़ी गाली दी, उसे कांग्रेस में उतने बड़े-बड़े पद दे दिए गए. अगर मैं ऐसे उदाहरण गिनाने लग जाऊं, तो उसके लिए अलग से किताब लिखनी पड़ेगी. क्या ऐसे बयानों और हरकतों ने देश को शर्मसार नहीं किया, राजनीतिक मर्यादा को तार-तार नहीं किया? खड़गे जी आप इसे कैसे भूल गए ?”

एकेएस/