बैंक डिपॉजिट की वृद्धि दर क्रेडिट ग्रोथ से अधिक हुई, क्रेडिट-टू-डिपॉजिट रेश्यो 79.3 प्रतिशत रहा : रिपोर्ट

New Delhi, 9 सितंबर . 22 अगस्त 2025 को समाप्त होने वाले पखवाड़े में डिपॉजिट की वृद्धि दर क्रेडिट ग्रोथ से 20 आधार अंक अधिक हो गई. यह जानकारी Tuesday को जारी एक रिपोर्ट में दी गई.

रेटिंग्स एजेंसी केयरएज रेटिंग्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 22 अगस्त तक क्रेडिट ऑफ टेक 186.4 लाख करोड़ रुपए था, जो कि सालाना आधार पर 10 प्रतिशत अधिक है. हालांकि, यह पिछले साल की वृद्धि दर 14.9 प्रतिशत से कम है.

क्रेडिट-डिपॉजिट रेश्यो क्रामिक आधार पर सपाट 79.3 प्रतिशत पर रहा है. यह लगातार 11वां पखवाड़ा है, जब यह 80 प्रतिशत के नीचे रहा है.

रिपोर्ट में बताया गया कि डिपॉजिट सालाना आधार पर 10.2 प्रतिशत बढ़कर 235 लाख करोड़ रुपए हो गए हैं. पिछले वर्ष डिपॉजिट की वृद्धि दर 11.3 प्रतिशत थी. डिपॉजिट की धीमी वृद्धि दर की वजह ब्याज दरों को कम होना और निवेश के विकल्पों में इजाफा होना है.

पखवाड़ा आधार पर क्रेडिट में 0.39 लाख करोड़ रुपए की वृद्धि हुई और क्रेडिट वृद्धि में यह कमी कॉर्पोरेट मांग, निजी पूंजीगत व्यय और पर्सनल लोन की मांग में कमी और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को क्रेडिट फ्लो में कमी के कारण आई.

रिपोर्ट में कहा गया है कि टाइम डिपॉजिट 9.2 प्रतिशत बढ़कर 206.1 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जो पिछले वर्ष इसी अवधि में 10.9 प्रतिशत की वृद्धि से कम है. इस बीच, डिमांड डिपॉजिट 18.2 प्रतिशत बढ़कर 28.9 लाख करोड़ रुपए हो गया है.

अल्पकालिक भारित औसत कॉल दर (डब्ल्यूएसीआर), जिस पर बैंक ओवरनाइट इंटरबैंक कॉल मनी मार्केट में धन उधार लेते और देते हैं, 29 अगस्त तक घटकर 5.45 प्रतिशत रह गई है, जो एक वर्ष पहले 6.59 प्रतिशत थी.

बैंकों का क्रेडिट-टू-एसेट्स रेश्यो 72.1 प्रतिशत पर स्थिर रहा, जबकि सरकारी इन्वेस्टमेंट-टू-एसेट्स रेश्यो एक आधार अंक घटकर 26.1 प्रतिशत रह गया. कुल मिलाकर सरकारी निवेश बढ़कर 67.6 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो सालाना आधार पर 6.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.

एबीएस/