महिलाओं के लिए भेदभाव और हिंसा मुक्त माहौल बनाना मोदी सरकार की प्राथमिकता : निमुबेन जयंतीभाई बंभानिया

नई दिल्ली, 3 दिसंबर . केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की राज्यमंत्री निमुबेन जयंतीभाई बंभानिया ने मोदी सरकार की ओर से महिला सशक्तिकरण की दिशा में किए गए कामों का ब्यौरा दिया.

उन्होंने कहा कि आज हम यहां एक ऐसे विषय पर बात करने के लिए इकट्ठा हुए हैं, जिस पर हमारा समाज टिका है. महिलाओं और बच्चों का विकास और सशक्तिकरण करके ही हमारा समाज आगे बढ़ सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है कि बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण मिले. महिलाओं को एक ऐसा माहौल मिले, जो सुलभ, विश्वसनीय और सभी प्रकार के भेदभाव और हिंसा से मुक्त हो.

महिलाओं और बच्चों का सशक्तिकरण और उनकी सुरक्षा करना, उनका समग्र विकास करना देश के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इसी दिशा में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने अपनी सभी योजनाओं को तीन प्रमुख अम्ब्रेला योजनाओं के तहत बांटा है. पहला सक्षम आंगनबाड़ी और मिशन पोषण, दूसरा मिशन वात्सल्य, और तीसरा मिशन शक्ति है.

उन्होंने कहा कि सक्षम आंगनबाड़ी और मिशन पोषण योजना के तहत बच्चों में कुपोषण और माताओं में पोषण की कमी की समस्या को हल करने के लिए हम काम कर रहे है. इसके अंतर्गत आईसीडीएस आंगनबाड़ी सर्विसेज, पोषण अभियान, नेशनल क्रेच स्कीम शामिल हैं.

मिशन वात्सल्य उन बच्चों के लिए संस्थागत और गैर-संस्थागत सेवाएं प्रदान करती है, जो कठिन परिस्थितियों में जी रहे हैं. यह योजना बाल देखभाल संस्थानों जैसे चिल्ड्रन होम्स, अडोपशन एजेंसी, ओपन शेल्टर, आब्जर्वेशन होम और स्पेशल होम का समर्थन करती है. ये बाल देखभाल संस्थान संकट में पड़े और कानून से संघर्ष कर रहे बच्चों की मदद करते हैं.

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