झारखंड के लातेहार में भाकपा माओवादी का सदस्य चन्द्रदेव सिंह गिरफ्तार

लातेहार, 30 दिसंबर . झारखंड में लातेहार पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने कुख्यात भाकपा माओवादी नक्सली चन्द्रदेव सिंह को गिरफ्तार किया. पुलिस ने चन्द्रदेव सिंह के पास से दो एके-47 राइफल, एके-47 राइफल के चार मैगजीन, 91 जिंदा कारतूस, दो प्लास्टिक के लाल रंग के राइफल क्लीनिंग ऑयल और तीन नक्सली डायरी तथा अन्य नक्सली सामग्रियां बरामद की हैं.

बताया जा रहा है कि गिरफ्तार नक्सली चन्द्रदेव सिंह लातेहार जिले के मानिका थाना क्षेत्र के कुई गांव का निवासी है. वह पिछले महीने भाकपा माओवादी जोनल कमांडर छोटू खेरवार की हत्या में मुख्य आरोपी था. उस पर लातेहार जिले के विभिन्न थानों में कुल छह आपराधिक मामले दर्ज हैं.

लातेहार एसपी कुमार गौरव ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि भाकपा माओवादी के हार्डकोर नक्सली चन्द्रदेव सिंह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से मानिका थाना क्षेत्र में घूम रहा है. सूचना के आधार पर पुलिस ने एक टीम गठित की और चन्द्रदेव सिंह को गिरफ्तार किया.

लातेहार एसपी कुमार गौरव ने मीडिया को बताया कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के एक सक्रिय सदस्य की गिरफ्तारी और उससे हुई रिकवरी के संबंध में लातेहार पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है. जानकारी मिली थी कि माओवादी संगठन का एक समूह मानिका और शिवादोहर के सीमा क्षेत्र में सक्रिय है और ठेकेदारों से पैसे मांगने की कोशिश कर रहा है. इसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित की और सशक्त पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में एक अभियान चलाकर छापेमारी की.

उन्होंने कहा, “इस छापेमारी में एक उग्रवादी, चन्द्रदेव सिंह, पुत्र लखन सिंह, ग्राम कुई, थाना मनिका को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा, कुछ अन्य उग्रवादी फरार हो गए. चन्द्रदेव सिंह से पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि वह और उसके अन्य सहयोगी क्षेत्र में पैसे वसूलने की घटनाओं में शामिल थे. साथ ही वह छोटू खेरवार की हत्या में भी शामिल था. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने दो एके-47 राइफल, 91 राउंड जिंदा कारतूस और अन्य सामग्रियां बरामद कीं.”

कुमार गौरव ने कहा, “वर्तमान में माओवादी संगठन के सक्रिय सदस्यों की संख्या काफी घट चुकी है और अब उनकी संख्या 10 से कम रह गई है. पुलिस लगातार माओवाद विरोधी अभियान चला रही है और झारखंड सरकार की नीतियों के तहत कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी किया है. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को मुख्यधारा में वापस लाने के लिए सुविधाएं प्रदान की जाती हैं. गिरफ्तार उग्रवादी चन्द्रदेव सिंह के खिलाफ कुल छह अपराध दर्ज हैं. पुलिस उसके खिलाफ जांच कर रही है और सभी बरामद सामग्रियों का मिलान संबंधित डेटाबेस से किया जा रहा है. पुलिस का मानना है कि माओवादी संगठन के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों और आत्मसमर्पण नीति के चलते उनका प्रभाव लगातार कम हो रहा है.”

पीएसएम/एकेजे