कोर्ट ने पत्रकार महेश लांगा को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा

राजकोट, 21 दिसंबर . गुजरात में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) घोटाले के आरोप में पहले से ही साबरमती जेल में बंद वरिष्ठ पत्रकार महेश लांगा को राजकोट पुलिस ने एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस उन्हें राजकोट लेकर पहुंची और शनिवार को कोर्ट में पेश क‍िया. कोर्ट ने महेश लांगा को चार दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया. पुल‍िस ने कोर्ट से 14 द‍िन की र‍िमांड मांगी थी.

एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया था कि लांगा को अपराध शाखा द्वारा पिछले महीने दर्ज जीएसटी चोरी के एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया है.

जीएसटी घोटाला मामले में राजकोट आर्थिक अपराध शाखा ने कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में राजकोट आर्थिक अपराध शाखा ने जीएसटी घोटाला मामले में शामिल 5 लोगों को हिरासत में लिया था. इस घोटाले को लेकर 14 जगहों पर छापेमारी कर यह गिरफ्तारी की गई थी.

पीआई एस एम जाडेजा और उनकी टीम द्वारा इस घोटाले में शामिल आरोपियों को पकड़ा गया था. इसके बारे में प्राप्त सूचना के अनुसार, राजकोट में परमार इंटरप्राइजेज नामक कंपनी बनाकर लगभग 60 लाख रुपये का जीएसटी घोटाला किया गया था.

बता दें कि गुजरात में चर्चित फर्जी जीएसटी बिलिंग कांड की जांच अब राजकोट तक पहुंच चुकी है. इसमें महेश लांगा से जुड़ी हुई कंपनी का नाम सामने आया था. राजकोट पुलिस ने कुछ दिन पहले एक साथ 14 जगहों छापेमारी की, इसमें भावनगर, जामनगर, अहमदाबाद, वेरावल, कड़ी, महेसाणा, गांधीनगर, शापर, राजकोट में कार्रवाई की गई और पांच लोगों को फर्जी पेढ़ी और फर्जी बिलिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो इस घोटाले के तार पत्रकार महेश लांगा से जुड़े मिले थे.

डीसीपी क्राइम पार्थ राज सिंह गोहिल, राजकोट पुलिस ने मामले में बताया था कि राजकोट पुलिस को जानकारी मिली थी फर्जी पेढ़ि‍यों द्वारा फर्जी बिल बनाकर जीएसटी की क्रेडिट पास ऑन करने का गोरखधंधा चल रहा है. इसकी जांच के दौरान सामने आया कि तीन कंपनियों क्रमश: डीए एंटरप्राइजेज, आर्यन एसोसिएट और अरहम स्टील पर पहले ही अहमदाबाद क्राइम ब्रांच द्वारा कार्रवाई की गई है. इसी को लेकर राजकोट अपराध शाखा की तरफ से कार्रवाई की गई.

इस पूरे मामले में आर्थिक अपराध शाखा के खुलासे के अनुसार, परमार एंटरप्राइजेेज नाम की कंपनी बनाकर जीएसटी घोटाले को अंजाम दिया गया और इसके जरिए जीएसटी से जुड़े कई गलत कामों को किया गया. परमार एंटरप्राइजेज नाम की इस कंपनी ने गुजरात के महेसाणा, जूनागढ़, गांधीनगर, राजकोट, गिर सोमनाथ, जामनगर सहित कई शहरों में जीएसटी घोटाले को अंजाम दिया था. डीए एंटरप्राइजेज नाम से इसमें सबसे ज्यादा बेनामी लेन-देन किए गए. यह कंपनी पत्रकार महेश लांगा की है. जिनके खिलाफ जीएसटी धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं.

एफजेड/सीीबीटी