चंद्रपुर, 16 नवंबर . कांग्रेस पार्टी वरिष्ठ सांसद राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के चंद्रपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा पर संविधान और आरक्षण विरोधी होने का आरोप लगाया.
राहुल गांधी ने कहा, “संविधान की किताब आरएसएस और भाजपा के नेताओं के लिए खोखली होगी, लेकिन हमारे लिए यह इस देश का डीएनए है. देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई है. एक तरफ ‘इंडिया’ गठबंधन, और दूसरी तरफ आरएसएस और भाजपा है. हम कहते हैं कि देश संविधान से चलना चाहिए और पीएम मोदी कहते हैं कि संविधान एक कोरी किताब है, इसमें कुछ नहीं लिखा है.”
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के नेता बंद कमरों में छिपकर इस “संविधान की हत्या” करते हैं. संविधान में हिंदुस्तान की आत्मा है, इसकी रक्षा करना हम सभी की जिम्मेदारी है. महाराष्ट्र की जनता ऐसी संविधान विरोधी ताकतों को सत्ता से उखाड़ कर करारा जवाब देगी. मैं हर बार संविधान दिखाकर भाजपा को याद दिलाना चाहता हूं कि हमारे महापुरुषों के दुख, दर्द और खून से यह किताब बनी है.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “मैंने संसद में कहा कि नरेंद्र मोदी जी 50 प्रतिशत आरक्षण की दीवार को तोड़ दीजिए. इस पर विपक्ष आपका पूरा समर्थन करेगा लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने एक शब्द नहीं कहा. हमने जाति जनगणना कराने की बात कही. साथ ही कहा कि आप देश के हर वर्ग को यह बताइए कि देश में उनकी कितनी भागीदारी है. इसके बाद नरेंद्र मोदी ने संसद में डेढ़ घंटे भाषण दिया लेकिन जाति जनगणना और आरक्षण पर एक शब्द नहीं बोले. देश के प्रधानमंत्री मंच से झूठ बोलते हैं. वह कहते हैं कि हम संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि मैं खुद कन्याकुमारी से कश्मीर तक चार हजार किलोमीटर चला और जनता से संविधान बचाने की अपील की.”
बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की आत्महत्या के मुद्दे उठाते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी लागू करके छोटे कारोबारों को खत्म कर दिया. हालत ऐसी हो गई कि आज रोजगार मिलना बंद हो गया है. जीएसटी से छोटे और मध्यम कारोबारी खत्म हो रहे हैं और तमाम फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा, “नोटबंदी और जीएसटी को हथियार बनाकर पीएम मोदी ने अदाणी-अंबानी के लिए रास्ता साफ किया. मेरा मानना है कि देश में जब तक नरेंद्र मोदी की सरकार है तब तक रोजगार नहीं पैदा हो सकता. देश में नफरत इसलिए फैल रही है, क्योंकि पीएम मोदी ने रोजगार का सिस्टम खत्म कर दिया.”
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एकेएस/एकेजे