नई दिल्ली, 26 नवंबर . संविधान दिवस के मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय विद्युत तथा आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत कई मंत्रियों और नेताओं ने देशवासियों को बधाई दी.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “सभी देशवासियों को संविधान दिवस की बधाई. आज की तारीख में संविधान सुरक्षित हाथों में है. आज हमारे लिए गर्व की बात है कि संविधान का संस्कृत भाषा में विमोचन हुआ है.”
वहीं, विपक्ष के इन आरोपों पर की संविधान को खतरे में डालने का प्रयास मौजूदा सरकार द्वारा किया जा रहा है. इस पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “विपक्ष द्वारा झूठा नेरेटिव फैलाने का प्रयास किया जा रहा है. जिसे इस देश की जनता ठुकरा चुकी है. संविधान की प्रति दिखाकर यह लोग झूठा नेरेटिव रच रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले संविधान दिवस मनाने की शुरुआत की है. संविधान हमारा सबसे पवित्र ग्रंथ है. इसी संविधान से देश चल रहा है और आगे भी चलेगा.”
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, “संविधान दिवस की सभी देशवासियों को बधाई. हमने यह दिवस एक साथ मिलकर के बनाया है. मुझे लगता है कि इसमें किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए. इस विषय में राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है.”
केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा, “देशवासियों को संविधान दिवस की बधाई. मौजूदा समय में कोई भी संविधान सभा का सदस्य जीवित नहीं है. हमारे गणमान्यों के तीन साल के अनवरत और अथक परिश्रम के परिणामस्वरूप संविधान हमें प्राप्त हुआ है. यह देश संविधान से चलेगा और नरेंद्र मोदी की सरकार ने यह साबित कर दिखाया है. हमारी सरकार संविधान के नियमों के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.”
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, “आज का दिन बहुत ही पावन दिन है. संविधान ने देश को मजबूत किया है. आम जनता अपने अधिकारों को समझती है. समझती है कि वो अपने वोट से किसी को भी हरा सकती है. लेकिन, जिनको जनता बार-बार नकारती है, वही लोग बार-बार संविधान के बारे में ज्ञान देते हैं. राजनीति में विनम्र होना भी जरूरी है और विनम्रता का यह भी उसूल है कि जनता जो भी आदेश दे, उसे स्वीकार करें, लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है कि आप महाराष्ट्र की जीत को स्वीकार नहीं करेंगे, मगर झारखंड की जीत को स्वीकार करेंगे. आखिर यह दोहरा पैमाना क्यों?”
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “सबसे पहले मैं सभी देशवासियों को संविधान दिवस की बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं. जहां आज संविधान दिवस को लेकर लोग उत्सव मना रहे हैं. सच्चा उत्सव तभी होगा, जब हम संविधान के रास्ते पर चलेंगे. हम लोग समाजवादी लोग हैं. हम वो लोग नहीं हैं, जो संविधान को कोरा कागज समझते हैं. इस संविधान से हमें समय-समय पर अधिकार मिलता है. संविधान हमारे पीडीए का प्रकाश स्तंभ है.” वहीं, सांसद डिंपल यादव ने कहा, “समाजवादी पार्टी चाहती है कि हमारा देश संविधान से चले.”
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एसएचके/केआर