नोएडा, 4 जनवरी . नोएडा में आरक्षी सीधी भर्ती -2023 की डीवी/पीएसटी की प्रक्रिया चल रही है. इस प्रक्रिया में अभ्यर्थी के स्थान पर फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर एक आरक्षी स्वयं आया था जो दस्तावेज जांच में पकड़ा गया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. साथ ही उसके तीन अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया गया. इन चारों को न्यायालय के सामने पेश किया गया. वहां से चारों को जेल भेजा गया.
पुलिस ने बताया कि रिजर्व पुलिस लाइन गौतमबुद्धनगर में उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी सीधी भर्ती-2023 की डीवी/पीएसटी की प्रक्रिया चल रही है. 30 दिसंबर को एक अभ्यर्थी अभय सिंह प्रक्रिया में शामिल होने आया था. जब बोर्ड द्वारा उक्त अभ्यर्थी के शैक्षणिक व अन्य प्रपत्रों की जांच, ई केवाईसी जांच की तो उनको शक हो गया.
जांच में सामने आया कि अभ्यर्थी वास्तव में असली नहीं है. बल्कि वह किसी और के नाम पर यहां शामिल होने आया था. उसने फर्जी तरीके से नाम, जन्मतिथि, बदलकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे. सख्ती से पूछताछ की गई. ऐसे में उसका वास्तविक नाम अरविंद कुमार, निवासी सरधना जनपद मेरठ के रूप में हुई. जो कि वर्तमान में पीएसी की 36वीं वाहिनी वाराणसी में आरक्षी के पद पर नियुक्त है.
इस संबंध में 31 दिसंबर 2024 को थाना इकोटेक-3 पर धारा 318(2,) 318)(4), 319(2), 338, 336(3), 340(2), 61(2) बीएनएस व 13 उप्र संशोधित परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए अरविंद को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में उसने तीन और लोगों के शामिल होने की बात बताई. जिसके बाद तीन और साथियों विशाल सोम, तुषार और अंकित को मेरठ से गिरफ्तार किया गया. इन चारों को न्यायालय के सामने पेश किया गया.
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पीकेटी/एएस