ग्वालियर में भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने के लिए कांग्रेस का तीन दिवसीय अभियान

भोपाल, 17 जून . संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा मध्य प्रदेश के ग्वालियर के उच्च न्यायालय परिसर में स्थापित किए जाने की मांग पकड़ने लगी है. कांग्रेस ने डॉ अंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना के लिए तीन दिवसीय अभियान चलाने का ऐलान किया है. कांग्रेस के राजधानी भोपाल स्थित प्रदेश कार्यालय में राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, और कांग्रेस विधायक फूलसिंह बरैया ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ग्वालियर में डॉ अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित किए जाने का मसला उठाया और साथ ही आंदोलन की रणनीति का ऐलान किया.

प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा कि ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में बाबासाहेब डॉ. भीमराव की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए. सभी लोगों को पता है कि संविधान किसने लिखा, लेकिन इस प्रतिमा को लगाने का विरोध क्यों किया जा रहा है यह बड़ा सवाल है. मामले का नया विवाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नागपुर कार्यालय से यहां तक पहुंचा है. संघ ने हमेशा भ्रम फैलाने का काम किया है और विवाद को कैसे उत्पन्न किया जाए, यही उनकी कोशिश रही है. वही कांग्रेस का काम है कि बाबासाहेब के योगदान को कांग्रेस मजबूती के साथ जनता के बीच रखें.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्य प्रदेश संघ की नर्सरी है. जब से अमित शाह ने देश की संसद में बाबासाहेब के अपमान की शुरुआत की, तभी से भाजपा ने बाबासाहेब के अपमान का अभियान चला रखा है. ग्वालियर में एक पोस्टर लगा, उसमें लिखा है कि बाबासाहेब संविधान निर्माता नहीं हैं. बाबासाहेब की प्रतिमाओं को खंडित करने के कई मामले आए, लेकिन कहीं भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि जब देश आजाद हुआ, तो चर्चा हुई कि ऐसे व्यक्ति को संविधान समिति का अध्यक्ष बनाया जाए, जिसने उत्पीड़न सहा हो, उसे बनाया जाए. तब बाबासाहेब का नाम आया. अन्य लोगों को भी समिति में चयनित किया गया. हजारों सालों से उत्पीड़ित वर्ग को भारत की आजादी के बाद सम्मान मिला.

उन्होंने आगे कहा, “आज कहा जा रहा है कि बाबासाहेब की मूर्ति ग्वालियर उच्च न्यायालय में नहीं लग सकती. इस मामले में भाजपा मौन क्यों है? ग्वालियर में बाबासाहेब की प्रतिमा स्थापित किए जाने की मांग को लेकर कांग्रेस ने तीन दिवसीय कार्यक्रम का ऐलान किया है. यह कार्यक्रम 23, 24 और 25 जून को आयोजित किया जाएगा. 23 जून को पूरे प्रदेश में घर-घर घर जाकर बाबासाहेब और संविधान के बारे में जानकारी दी जाएगी. 24 जून को गरीब बस्तियों में जाकर चर्चा और भोजन किया जाएगा. 25 जून को ग्वालियर में एक दिवसीय उपवास किया जाएगा. कांग्रेस का आरोप है कि लगातार देश के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है. पहले गांधी, फिर नेहरू और फिर अब अंबेडकर को भाजपा टारगेट कर रही है.

एसएनपी/एएस