संविधान बदलने की बात कांग्रेस का ‘हिडन एजेंडा’ : चलवाडी नारायण स्वामी

बेंगलुरु, 24 मार्च . कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के ‘संविधान बदल रहा है’ बयान के बाद से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. शिवकुमार के इस बयान पर भाजपा के तमाम नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी. इसी कड़ी में विधान परिषद के नेता विपक्ष चलवाडी नारायण स्वामी की भी एंट्री हो गई.

उन्होंने सोमवार को न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार का बयान उनकी पार्टी का ‘हिडन एजेंडा’ खोलने वाला है. उन्होंने कहा कि कल तक कांग्रेस भाजपा पर संविधान बदलने का आरोप लगा रही थी, लेकिन अब डीके शिवकुमार का बयान यह साबित करता है कि उनका असली मकसद क्या है.

नारायण स्वामी ने कहा कि साल 1975 में संविधान को दो साल के लिए सस्पेंड करके इमरजेंसी लगाई गई थी. क्या यह फैसला देश के हित में लिया गया था? नहीं, इस फैसले का उद्देश्य केवल सत्ता में बने रहना था. अब यही बात कांग्रेस का ‘हिडन एजेंडा’ साबित कर रही है.

उन्होंने आगे कहा कि अब समय बदल चुका है, यह डिजिटल युग है. जो कुछ भी हम बोलते हैं, वह तुरंत वायरल हो जाता है. जो डीके शिवकुमार ने कहा है, उसे समझना बहुत जरूरी है. अब यह समय संविधान को बदलने का नहीं, बल्कि नई सोच और विकास के लिए काम करने का है.

इससे पहले, भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा था कि डीके शिवकुमार द्वारा दिया गया बयान केवल उनका अपना बयान नहीं है, बल्कि यह गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी के विचारों का प्रतिनिधित्व करता है. जब वह कहते हैं कि अगर वे कभी सत्ता में आए तो मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए संविधान बदल देंगे, तो यह उनके असली इरादों को दर्शाता है. अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण को छीनकर मुसलमानों को दे देंगे, ऐसा कभी नहीं हो सकता है. जो बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेगा और उनके दिए संविधान को बदलने की कोशिश करेगा, ऐसा हम होने नहीं देंगे.

पीएसके/एबीएम