मनमोहन सिंह का आर्थिक सुधार हमारा मार्गदर्शन करेगा : कांग्रेस कार्यसमिति

नई दिल्ली, 27 दिसंबर . पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए शुक्रवार शाम यहां कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई. इसमें शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया.

प्रस्ताव में कहा गया है कि देश के एक सच्चे राजनेता डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर कार्यसमिति गहरा शोक व्यक्त करती है. पूर्व प्रधानमंत्री के जीवन और कार्यों ने देश के भविष्य को दिशा दिखाई. डॉ. सिंह, भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में एक विशाल व्यक्तित्व थे, जिनके योगदान ने देश को रूपांतरित किया और उन्हें विश्वभर में सम्मान प्राप्त हुआ. सन् 1990 के दशक के प्रारंभ में वित्त मंत्री के रूप में डॉ. सिंह भारत के आर्थिक उदारीकरण के शिल्पकार थे. अपनी अद्वितीय दूरदृष्टि के साथ उन्होंने ऐसे सुधारों की शुरुआत की जिन्होंने न केवल देश को भुगतान संकट से उबारा, बल्कि वैश्विक बाजारों के लिए द्वार खोले. उनके द्वारा किए गए विनियमन, निजीकरण और विदेशी निवेश को बढ़ावा देने वाले नीतिगत कदमों ने भारत के तेज विकास की नींव रखी. उनके नेतृत्व में, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया, जो उनकी प्रतिभा और दृष्टिकोण का प्रमाण है.

कांग्रेस कार्यसमिति के शोक प्रस्ताव में कहा गया है कि भारत के 13वें प्रधानमंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह ने देश का नेतृत्व शांति, दृढ़ संकल्प और असाधारण बुद्धिमत्ता के साथ किया. उनका कार्यकाल निरंतर आर्थिक वृद्धि, वैश्विक पहचान और सामाजिक प्रगति से चिह्नित था. उन्होंने 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान भारत को इस संकट से बचाने के लिए रणनीतिक उपाय किए. उनके नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण पहलें हुईं जैसे मनरेगा, शिक्षा का अधिकार, ऐतिहासिक इंडो यूएस सिविल न्यूक्लियर डील, नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट, लैंड एक्विजिशन एक्ट, भूमि अधिग्रहण कानून, किसानों की कर्ज माफी और 93वें संविधान संशोधन, जिसने अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और ओबीसी के लिए आर्टिकल 15(5) के माध्यम से सामाजिक न्याय को बढ़ावा दिया.

इसमें कहा गया है कि डॉ. सिंह की समावेशी विकास, अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति और आर्थिक आधुनिकीकरण के प्रति प्रतिबद्धता ने भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत किया, जबकि साथ ही साथ सामान्य नागरिकों की भलाई पर भी ध्यान दिया. उनका दृष्टिकोण और कार्यकाल एक ऐसे सहानुभूतिशील, सुधारक नेता के रूप में इतिहास में अंकित रहेगा, जिन्होंने स्थिरता और विकास को प्राथमिकता दी. एक अर्थशास्त्री के रूप में उनके विद्वतापूर्ण कार्य और संयुक्त राष्ट्र और भारतीय रिजर्व बैंक जैसी संस्थाओं में उनके योगदान ने उन आर्थिक सुधारों की नींव रखी, जिन्हें उन्होंने बाद में एक नीति निर्माता के रूप में बढ़ावा दिया. डॉ. सिंह की गहरी अर्थशास्त्र की समझ और शिक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने अनगिनत छात्रों, विद्वानों और नीति निर्माताओं को प्रेरित किया. उनकी शैक्षिक सटीकता और बौद्धिक योगदान ने भारत के विकास के दृष्टिकोण को आकार दिया, और उनके मार्गदर्शन का प्रभाव देश के भविष्य के अर्थशास्त्रियों पर स्थायी असर डालेगा.

कांग्रेस कार्यसमिति ने कहा डॉ. सिंह असाधारण व्यक्तिगत गुणों के धनी थे. उनकी गरिमा, विनम्रता और शालीनता उन्हें एक दुर्लभ चरित्र वाले नेता के रूप में स्थापित करती है. देश के उच्चतम पदों पर रहते हुए भी वह हमेशा आत्म-निष्ठ और सभी के प्रति सम्मान और दयालुता से पेश आते थे. उनका व्यवहार शांत, संतुलित और हमेशा ईमानदारी से प्रेरित था. उन्हें उनके बु‌द्धिमत्ता और उपलब्धियों के लिए ही नहीं, बल्कि उनके साधारण स्वभाव के लिए भी सराहा गया, जिसने उन्हें सभी वर्गों के लोगों के बीच प्रिय बना दिया. डॉ. सिंह ने एक सच्चे राजनेता की सर्वोत्तम विशेषताएं सहानुभूति, ईमानदारी और सार्वजनिक सेवा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को जीवंत किया.

कांग्रेस कार्यसमिति ने कहा है कि उसके सदस्य डॉ. मनमोहन सिंह की याद को सम्मानित करने और उनके स्थायी योगदान को आगे बढ़ाने का संकल्प लेते हैं. उनका आर्थिक सुधार, सामाजिक न्याय और समावेशी विकास का दृष्टिकोण हमें हमेशा प्रेरित करेगा और हमारा मार्गदर्शन करेगा. उन्होंने ईमानदारी, परिश्रम और सहानुभूति के जो आदर्श स्थापित किए, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक दीपस्तंभ बने रहेंगे. हम उनके मूल्यों को बनाए रखते हुए एक समृद्ध और एकजुट भारत बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लेते हैं.

जीसीबी/एकेजे