कांग्रेस को कन्फ्यूजन के कुंड और कॉन्सपिरेसी के झुंड से बाहर निकलना चाहिए : मुख्तार अब्बास नकवी

नई दिल्ली, 19 जून . भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने गुरुवार को कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधा. उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि ऐसी स्थिति में जब देश के ज्यादातर विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़े हैं, तो वहीं कांग्रेस को प्रधानमंत्री पर भरोसा नहीं है. कांग्रेस को कन्फ्यूजन के कुंड और कॉन्सपिरेसी के झुंड से बाहर निकलना चाहिए.

उन्होंने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस कभी प्रधानमंत्री मोदी को तो कभी देश को नकारा बता रही है, तो मुझे नहीं लगता कि इस पार्टी के लिए आने वाले दिनों में मौजूदा राजनीतिक स्थिति में किसी भी प्रकार से सकारात्मक स्थिति पैदा हो पाएगी. कांग्रेस को अपने हालात अगर बदलने हैं, तो उसे सबसे पहले अपनी सोच बदलनी होगी.

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस को अपनी हार की कुंठा से बाहर निकलना होगा. उसे यह स्वीकार करना होगा कि अब देश की जनता ने आपको सिरे से खारिज कर दिया है. समस्या यह है कि कांग्रेस अपनी हार स्वीकार नहीं कर पा रही है, इसलिए उसकी ऐसी स्थिति हो चुकी है. वैसे भी मौजूदा समय में कांग्रेस की विश्वसनीयता पूरी तरह से खत्म हो चुकी है, जिसे देखते हुए देश की जनता इस पार्टी पर अब बिल्कुल भी विश्वास नहीं कर पा रही है.

इसके अलावा, मध्यस्थता के मुद्दे पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कभी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को भी स्वीकार नहीं किया है, चाहे वो कश्मीर का मसला हो या कोई और मसला. भारत हर मुद्दे का समाधान करने की क्षमता अपने अंदर रखता है.

उन्होंने ट्रंप की तरफ से मध्यस्थता के बयान की ओर संकेत करते हुए कहा कि कुछ लोग श्रेय लेने की होड़ में गड़बड़ी कर देते हैं; यह उसी का नतीजा है. लेकिन, हम इस तरह के बयानों को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं.

उन्होंने आगे कहा कि अगर कुछ लोग श्रेय लेने की होड़ में अपनी विश्वसनीयता का कबाड़ा करने में लगे हैं, तो अब हम उसमें क्या ही कर सकते हैं. उनके मन में जो आए कर सकते हैं. आखिर कांग्रेस कब तक पीएम मोदी की आलोचना करती रहेगी?

उन्होंने कहा कि ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने का अभियान जारी है. अब तक कई भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है. यह हम सभी लोगों के लिए संतोष का विषय है. यह कदम प्रधानमंत्री मोदी की संवेदनशीलता को दिखाता है. आपको याद होगा कि कोरोना काल के दौरान भी जो भारतीय दुनिया के किसी भी देश में फंसे हुए थे, उन्हें सुरक्षित लाया गया था. यही नहीं, दुनिया के किसी भी कोने में जब युद्ध की स्थिति पैदा होती है, तो भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित कर उन्हें स्वदेश लाती है.

एसएचके/केआर