पटना, 26 जुलाई . कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के कांग्रेस के कार्यकाल में जातीय जनगणना नहीं कराए जाने को लेकर गलती मानने को लेकर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि जो गलती मान ले, उसे माफी दी जाना चाहिए. उन्होंने कांग्रेस को स्वतंत्र होकर अकेले चुनाव लड़ने की भी सलाह दी.
पटना में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि महागठबंधन में जितने दल हैं, वे लोग एससी के प्रति सही रवैया नहीं रख रहे हैं. अगर ऐसे लोगों के साथ कांग्रेस है, तो यह सही नहीं है. कांग्रेस को भले एक सीट नहीं मिले, लेकिन कांग्रेस को स्वतंत्र होकर अकेले चुनाव लड़ना चाहिए. हो सकता है एक-दो बार उन्हें नुकसान हो, लेकिन बाद में बिहार की जनता उन्हें आगे बढ़ाएगी.
उन्होंने कहा कि महागठबंधन के अन्य दलों जहां रहेंगे, दलित और अति पिछड़े उनके खिलाफ जाएंगे. कांग्रेस अगर अच्छा करना चाहती है, तो उसे इंडी गठबंधन को छोड़ देना चाहिए.
उन्होंने पत्रकार पेंशन की राशि बढ़ाए जाने को लेकर प्रसन्नता जताते हुए इसे अच्छा कदम बताया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पहले ही यह निर्णय लिया था, उसे आज आज Chief Minister नीतीश कुमार ने पूरा कर दिया. यह बड़ी खुशी की बात है. बिहार में अपराध को लेकर सहयोगी दल के नेता चिराग पासवान द्वारा सवाल उठाए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि चिराग पासवान को मौजूदा एनडीए सरकार के ऊपर कोई टिप्पणी करने से पहले 2005 के पहले के दौर का अध्ययन कर लेना चाहिए. 2005 के पहले अपराधी अपराध करने के बाद सीएम हाउस में जाकर समझौता कर लिया करते थे.
उन्होंने कहा, “मुझे इस बात की खुशी है कि मैं एक ऐसी सरकार का समर्थन कर रहा हूं, जो अपराध और अपराधियों के साथ कोई समझौता नहीं करती. अपराधी भले ही घटना को अंजाम दें, लेकिन वे सलाखों के पीछे भी जाते हैं.”
मांझी ने कहा कि चिराग जो बातें कह रहे हैं, वह एनडीए के सहयोगी होने के नाते उचित नहीं है. उन्हें अपनी बात एनडीए की बैठक में रखनी चाहिए. सीट शेयरिंग को लेकर इस तरह का दबाव बनाना सही नहीं है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एनडीए में जिसकी जितनी ताकत होगी, उतनी सीट उसे मिल जाएगी. उनकी पार्टी की तरफ से सीट बंटवारे को लेकर कोई डिमांड नहीं है.
–
एमएनपी/एएस